भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होंगी। इस बार नकल और प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। परीक्षा के दौरान मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। यदि केंद्राध्यक्ष या कोई अन्य कर्मचारी परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल लेकर पाया गया, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
इस बार पहली बार प्रदेश के 11 जिलों के 300 संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल न हो सके। इसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन और मुरैना जैसे शहरों के संवेदनशील केंद्र शामिल हैं।
ऑनलाइन निगरानी के लिए कंट्रोल रूम
इस बार परीक्षा की पूरी निगरानी ऑनलाइन होगी। मंडल ने इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है, जिससे हर जिले के परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इस साल प्रदेशभर में 3,887 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 562 को संवेदनशील और अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।
562 परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी
भोपाल में 10 अति संवेदनशील और 6 संवेदनशील केंद्र हैं, जबकि इंदौर में 19, ग्वालियर में 48 और जबलपुर में 5 संवेदनशील केंद्र बनाए गए हैं। मुरैना में सबसे ज्यादा 54 परीक्षा केंद्र संवेदनशील और अति संवेदनशील की श्रेणी में आते हैं, जहां नकल की घटनाएं अधिक होती हैं।
सीसीटीवी से होगी निगरानी
संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर नकल की घटनाएं रोकने के लिए इस बार उन्हीं स्थानों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सरकारी स्कूलों में बने केंद्रों पर भी सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। दो साल पहले मोबाइल के कारण प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाएं सामने आई थीं, इसलिए इस बार मोबाइल समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। परीक्षा की व्यवस्था की पूरी निगरानी ऑनलाइन की जाएगी।