सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के लिए ऐतिहासिक अवसर साबित हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सागर के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की, जिनमें नदी, कॉलेज, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क से संबंधित योजनाएं शामिल थीं। ये घोषणाएं सागर के गढ़ाकोटा में आयोजित किसान महासम्मेलन-रहस और पशु मेले के दौरान की गईं। इस मौके पर सीएम डॉ. यादव ने कहा कि बुंदेलखंड का इतिहास समृद्धि और वीरता से परिपूर्ण है, और यहां के पत्थर भी हीरे में बदलने की क्षमता रखते हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने यह भी कहा कि 1000 साल की गुलामी के बावजूद बुंदेलखंड कभी गुलाम नहीं रहा। यहां आयोजित मेला आपस में प्रेम और सद्भाव बढ़ाने का एक अद्भुत अवसर है। आने वाले समय में बुंदेलखंड हरियाणा और पंजाब से भी आगे निकल जाएगा। उन्होंने प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और किसानों को लाभ देने के लिए 20 प्रतिशत तक उत्पादन बढ़ाने की योजना की घोषणा की। साथ ही, दुग्ध उत्पादक गौपालकों को बोनस देने का भी वादा किया।
युवाओं के लिए नए अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वे इस क्षेत्र की सभी मांगों को स्वीकार करते हैं। उन्होंने नर्मदा नदी को सोनार नदी से जोड़ने के लिए परीक्षण कराने का आश्वासन दिया। इसके अलावा, रहली विधानसभा में कॉलेज भवन का निर्माण, समुदाय स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन, सरकारी कॉलेजों में स्थायी कोर्स और मझरा टोला में विद्युतिकरण जैसे कार्यों की योजना बनाई है। साथ ही, सागर-गढ़ाकोटा रोड को फोरलेन बनाने का भी निर्णय लिया गया।
डॉ. यादव ने यह भी कहा कि राज्य सरकार डेढ़ करोड़ युवाओं को रोजगार देने के लिए उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा दे रही है। सागर में आयोजित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 23,000 उद्योग स्थापित करने का संकल्प लिया गया है। अब बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने वाली है। सीएम ने लोगों से अपील की कि किसी भी परिस्थिति में अपनी जमीन न छोड़ें।
किसानों पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से किसानों को लाभ होगा। हर खेत में पानी पहुंचाने से फसल उत्पादन में वृद्धि होगी। भाजपा सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 48 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई हो रही है। इसके अलावा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के साथ नदी जोड़ो अभियान पर कार्य किया जाएगा, जिससे निमाड़ अंचल को भी फायदा मिलेगा। किसानों को सही मूल्य दिलाने के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने की योजना है। सरकार इस पर 40 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है।
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और किसानों को लाभ दिलाने के लिए 20 प्रतिशत तक उत्पादन बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही, 2600 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं खरीदने का निर्णय लिया गया है। किसानों को धान पर 2000 रुपये प्रति हेक्टेयर बोनस भी मिलेगा। इसके अलावा, सरकार ने मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप और स्कूटी प्रदान की हैं और 1 लाख 75 हजार रुपये तक का सीधा लाभ भी दिया है।
सीएम ने महाराजा मर्दन सिंह की याद की
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाराजा मर्दन सिंह की महिमा का उल्लेख किया और उनके नाम पर आयोजित विशाल मेले की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं और युवाओं के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम कर रही है।
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