भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में सीएम हाउस में आयोजित जनजातीय देव लोक महोत्सव में कहा कि मध्य प्रदेश की जनजातीय परंपराएं, संस्कृति और गौरवमयी अतीत हमारी पहचान और गर्व हैं। हमारी सरकार जनजातीय समुदाय के स्वाभिमान, सम्मान और कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हम जनजातीय परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित करते हुए इनके समग्र विकास के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
सीएम मोहन यादव की घोषणाएं
सीएम मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय आस्था स्थलों के संरक्षण और विकास के लिए संकल्पित है। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने प्रत्येक जनजातीय कलाकार के बैंक खाते में पांच हजार रुपये की सम्मान राशि ट्रांसफर करने की घोषणा की। इस प्रकार, 900 से अधिक जनजातीय कलाकारों के खातों में लगभग 46 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक पेसा ग्राम सभा को तीन हजार रुपये प्रति ग्राम सभा के हिसाब से राशि दी जाएगी, जिससे कुल तीन करोड़ 47 लाख रुपये ग्राम सभाओं को प्राप्त होंगे।
सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन
सीएम यादव ने कहा कि भविष्य में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए सरकारी बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अगले तीन वर्षों में सभी किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे, ताकि वे अपनी उत्पादित बिजली का उपयोग खेती और बागवानी के लिए कर सकें। इसके साथ ही, जनजातीय किसान अतिरिक्त बिजली सरकार को बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। गेहूं उत्पादक किसानों को ₹2600 प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर उपार्जन का लाभ मिलेगा, जबकि धान उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर ₹4000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
वीर नायक टंट्या मामा के नाम पर विश्वविद्यालय
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार ने वीर नायक टंट्या मामा के नाम पर खरगोन में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की है, जो आदर्श प्रस्तुत करता है। इसके साथ ही, वीरांगना रानी दुर्गावती की शौर्य गाथाएं आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय समाज ने हमेशा अपनी भूमि, जंगल और जमीर की रक्षा के लिए संघर्ष किया और कभी भी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया।
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