भोपाल: इस साल होलिका दहन 13 मार्च को और धुरैड़ी 14 मार्च को मनाई जाएगी। इसके बाद होली के अगले दिन भाईदूज कब है, फाल्गुन पूर्णिमा के बाद चैत्र कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि कब आएगी, और इस दिन का महत्व क्या है, इन सभी सवालों का जवाब हम जानेंगे ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से।
होली के बाद भाईदूज कब मनाई जाएगी?
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल होली के बाद भाईदूज 16 मार्च को मनाई जाएगी। इसका कारण यह है कि द्वितीया तिथि 15 मार्च को नहीं, बल्कि 16 मार्च को सूर्योदय के समय लगेगी।
इसलिए इस साल 16 मार्च को ही भाईदूज मनाई जाएगी।
भाईदूज की तिथि कब तक रहेगी?
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार, द्वितीया तिथि 15 मार्च की दोपहर 12:35 बजे के बाद शुरू होगी, जिसके कारण उदया तिथि में द्वितीया 16 मार्च को ही आएगी। इस वजह से भाईदूज 16 मार्च को मनाई जाएगी।
16 मार्च को द्वितीया तिथि केवल दोपहर 2:30 बजे तक रहेगी, यानी बहनें अपने भाइयों को तिलक केवल दोपहर 2:30 बजे तक ही लगा सकेंगी।
होली पर तिलक लगाना चाहिए या धागा बांधना चाहिए?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, होली की भाई दूज पर आमतौर पर गुलाल से तिलक लगाने की परंपरा होती है, लेकिन इसके अलावा बहनें अपने भाइयों को रक्षासूत्र भी बांध सकती हैं। इसके बाद भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देते हैं।