Bhopal News: भोपाल में स्वास्थ्य विभाग में बड़ा झटका, 5 साल से जमे डॉ. प्रभाकर तिवारी का तबादला

Bhopal News: मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए भोपाल समेत राज्य के 41 जिलों में सीएमएचओ और सिविल सर्जनों के तबादले कर दिए हैं। भोपाल में पिछले पांच साल से तैनात डॉ प्रभाकर तिवारी को उनके पद से हटाकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में भेज दिया गया है। उनकी जगह अब डॉ मनीष शर्मा को भोपाल का नया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनाया गया है। डॉ मनीष शर्मा अब तक ग्वालियर में उप संचालक के रूप में कार्यरत थे और टीबी रोग विशेषज्ञ माने जाते हैं। यह बदलाव इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि भोपाल स्वास्थ्य सेवाओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और यहां लंबे समय बाद नेतृत्व में बदलाव हुआ है।

अन्य जिलों में भी जिम्मेदारियां बदलीं

भोपाल के अलावा इंदौर सीहोर सिवनी धार और राजगढ़ जैसे जिलों में भी नए सीएमएचओ और सिविल सर्जन नियुक्त किए गए हैं। डॉ मनोज हुरमड़े को भोपाल से हटाकर बैतूल भेजा गया है जबकि डॉ दिनेश खत्री को रायसेन से राजगढ़ में नई जिम्मेदारी दी गई है। डॉ मधव हसानी को इंदौर का नया प्रभारी सीएमएचओ बनाया गया है और डॉ बीके वर्मा को दतिया में पदस्थ किया गया है। इन बदलावों का मकसद जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारना बताया गया है जिससे कि जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

Bhopal News: भोपाल में स्वास्थ्य विभाग में बड़ा झटका, 5 साल से जमे डॉ. प्रभाकर तिवारी का तबादला

सरकार द्वारा जारी आदेश में जिन अधिकारियों का तबादला हुआ है उनमें कई अनुभवी डॉक्टर शामिल हैं। डॉ राजेश अथिया को कटनी से दमोह भेजा गया है और डॉ राज सिंह ठाकुर को कटनी में प्रभारी सीएमएचओ बनाया गया है। डॉ वीएस चंदेल को उमरिया और डॉ अलका त्रिवेदी को अशोकनगर में नई जिम्मेदारी मिली है। डॉ दर्पण टोक को बुरहानपुर का सिविल सर्जन बनाया गया है। इन अधिकारियों के तबादले से साफ है कि सरकार स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा देने के लिए अनुभवी और योग्य डॉक्टरों को सही जगह पर नियुक्त कर रही है।

प्रशिक्षण और प्रबंधन पदों पर भी फेरबदल

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित संस्थानों में भी अधिकारियों की नई तैनाती की गई है। डॉ पवन जैन को ग्वालियर के राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान का प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया है जबकि डॉ रामकुमार गुप्ता को ग्वालियर प्रशिक्षण केंद्र का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है। इस प्रकार न केवल ज़मीनी स्तर पर बल्कि प्रशिक्षण और नीति निर्माण से जुड़े विभागों में भी बदलाव किए गए हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवा के हर पहलू को मजबूत करने की योजना पर काम कर रही है।

इन व्यापक तबादलों से पूरे मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है। जब वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी नए जिलों में अपनी सेवाएं देंगे तो वहां की व्यवस्था में बदलाव आना तय है। इन तबादलों के ज़रिए सरकार ने यह साफ कर दिया है कि अब लापरवाही या पुरानी कार्यशैली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रशासनिक सख्ती जरूरी मानी जा रही है और यह कदम उसी दिशा में उठाया गया है। आने वाले दिनों में इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नजर रहेगी और उम्मीद की जा रही है कि हर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर सुधरेगी।

लेटेस्ट न्यूज़
- Advertisment -

धार्मिक

error: Content is protected !!