Indore Case: राजा की शादी के तुरंत बाद ही उसकी पत्नी सोनम ने हनीमून का प्रस्ताव रखा। लेकिन राजा उस समय कहीं घूमने के मूड में नहीं था। इसके बावजूद सोनम ने बिना बताए फ्लाइट टिकट बुक कर दी। राजा को यह बात तब पता चली जब उसे बताया गया कि उन्हें फ्लाइट पकड़नी है। सोनम ने सिर्फ एक तरफ का टिकट बुक कराया और न तो वापसी का टिकट लिया और न ही किसी ट्रेन का आरक्षण कराया। अगर राजा ने इस अजीब बात पर गौर किया होता तो शायद उसे कुछ संदेह हो सकता था। लेकिन उसने इस पर ध्यान नहीं दिया और यही उसकी सबसे बड़ी भूल बन गई।
स्कूटी से सफर और दो अलग-अलग जगहों पर सामान रखना
शिलॉंग पहुंचने के बाद जब सोनम और राजा को घूमना था तो सोनम ने कार या टैक्सी लेने के बजाय स्कूटी किराए पर लेने की जिद की। जबकि उनके पास काफी सामान भी था। राजा को यह बात थोड़ी अजीब लगी लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। सोनम ने अपना सामान एक अलग गेस्ट हाउस में रखा और रहने के लिए एक होमस्टे किराए पर लिया। दो अलग-अलग जगहों पर रुकना और सामान छिपाना अपने आप में एक बहुत बड़ा संकेत था कि कुछ गलत होने वाला है। लेकिन राजा ने इस पर कोई संदेह नहीं किया और इस तरह वह सोनम की योजना का हिस्सा बनता चला गया।
अजनबियों से दोस्ती और सुनसान जगह पर रुकना
घूमने के दौरान सोनम ने तीन अजनबियों से अचानक दोस्ती कर ली जो उन्हें डबल डेकर रूट पर मिले थे। ये तीनों आरोपी थे और पहले से प्लानिंग के तहत वहां पहुंचे थे। राजा को यह सोचना चाहिए था कि कोई भी अजनबी इतने जल्दी दोस्त कैसे बन सकते हैं और बार बार साथ क्यों आ रहे हैं। लेकिन उसने सोनम पर विश्वास करते हुए कुछ नहीं सोचा। बाद में सोनम और राजा उन अजनबियों के साथ सुनसान पार्किंग यार्ड पहुंचे जहां कोई नहीं था। वहीं पर राजा पर हमला हुआ और उसकी जान चली गई। अगर राजा ने सतर्कता दिखाई होती तो शायद वह उस जगह नहीं रुकता।
गहनों को पहनने पर जोर और मां की चेतावनी को नजरअंदाज करना
शिलॉंग रवाना होने से पहले सोनम ने राजा से कहा कि वह अपनी सोने की चेन और ब्रेसलेट पहनकर चले। राजा की मां को यह बात थोड़ी अजीब लगी और उन्होंने फोन पर सोनम की मां से इस बारे में बात भी की थी। लेकिन राजा ने अपनी मां की बात को हल्के में लिया और सोनम की बात मानकर अपने कीमती गहने पहन लिए। इस पर उसने यह नहीं सोचा कि कहीं ये गहने किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं। बाद में यही गहने उस पर हमला करने का मुख्य कारण बने क्योंकि यह पूरी वारदात एक लूटपाट के बहाने अंजाम दी गई थी।
मंगलसूत्र और अंगूठी हटाने की चुपचाप तैयारी
वारदात से कुछ देर पहले सोनम ने अपने गले का मंगलसूत्र और सगाई की अंगूठी उतार दी। राजा ने यह देखा लेकिन उसने सोचा कि शायद वह नहाने या घूमने के लिए उतार रही है। लेकिन यह एक बहुत बड़ा संकेत था कि सोनम अब खुद को राजा की पत्नी मानने से इनकार कर रही है और आगे कोई बड़ी बात होने वाली है। अगर राजा ने इस संकेत को समझा होता और सोनम से इस बारे में बात करता तो शायद वह अपनी जान बचा सकता था। लेकिन अंधविश्वास ने उसे कमजोर बना दिया और उसे सच्चाई नजर नहीं आई।