Covid 19 Case In MP: पिछले 24 दिनों में इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक तेजी आई है। अब औसतन चार नए कोरोना मरीज रोज सामने आ रहे हैं। शनिवार को भी शहर में आठ नए मरीजों की पुष्टि हुई है। राहत की बात यह है कि सभी संक्रमित इंदौर के ही निवासी हैं और उनमें हल्के लक्षण हैं। इस तरह अब तक कुल 112 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 100 मरीज इंदौर के हैं और बाकी 12 मरीज दूसरे शहरों से हैं। अभी 61 मरीज होम आइसोलेशन में हैं और तीन मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं जिनकी हालत अन्य बीमारियों के कारण गंभीर है।
अप्रैल में शुरू हुआ संक्रमण मई में बढ़ा
इस साल सबसे पहले इंदौर में कोरोना के दो मरीज 22 अप्रैल को पाए गए थे जिन्हें तुरंत अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक 72 वर्षीय महिला की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई जिनको किडनी समेत अन्य गंभीर बीमारियां थीं। इसके बाद लगभग एक महीने तक कोई नया केस नहीं मिला। लेकिन 23 मई को दो नए मरीज सामने आए जिनमें से एक केरल की यात्रा करके लौटा था। इसके बाद से हर दिन कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
यात्रा से जुड़ा है संक्रमण का तार
जिन मरीजों की अब तक जांच हुई है उनमें से अधिकतर की ट्रैवल हिस्ट्री रही है। इनकी यात्रा यूके सिंगापुर मथुरा ओडिशा बद्रीनाथ केरल गोवा दिल्ली मुंबई पुणे कोलकाता सूरत अहमदाबाद रायपुर रतलाम उज्जैन और देवास जैसे शहरों से जुड़ी हुई है। इससे यह साफ हो गया है कि बाहरी संपर्क से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इंदौर में सरकारी स्तर पर एमवाय अस्पताल और टीबी अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा उपलब्ध है जहां हर दिन बड़ी संख्या में टेस्ट हो रहे हैं।
घबराएं नहीं सतर्क रहें
एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के वरिष्ठ डॉक्टर वीपी पांडे का कहना है कि कोविड-19 के वैरिएंट हर साल बदलते रहते हैं लेकिन अब तक जो नए वैरिएंट सामने आए हैं वे पहले जितने घातक नहीं हैं। अधिकतर मरीजों में लक्षण हल्के हैं और इलाज से घर पर ही ठीक हो रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों को डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हैं उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। समय पर जांच और इलाज ही इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।
संक्रमण से निपटने के लिए नागरिकों को सहयोग जरूरी
डॉक्टरों और प्रशासन की ओर से नागरिकों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। मास्क का इस्तेमाल करें भीड़ से बचें और आवश्यकता होने पर ही यात्रा करें। बच्चों बुजुर्गों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें। इंदौर में एक बार फिर कोरोना की वापसी चिंता का कारण है लेकिन यदि सभी लोग मिलकर सतर्कता बरतें तो इसे काबू में किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी कर रहा है और इलाज की सभी व्यवस्थाएं सक्रिय रूप से की जा रही हैं।