इंदौर :- इंदौर नगर में भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे की टीम गठन को लेकर अंदरूनी हलचल तेज हो गई है। पदाधिकारी बनने की होड़ मची हुई है, जिसमें हर किसी को महामंत्री पद चाहिए। अब तक डेढ़ दर्जन दावेदारों के नाम सामने आ चुके हैं, जो स्थानीय आका से लेकर प्रदेश तक के नेता से सिफारिश कर रहे हैं।
भाजपा ने संगठनात्मक गतिविधियों को तेज करना शुरू कर दिया है। एक तरफ इंदौर में सांवेर विधानसभा के उपचुनाव में नेताओं को काम पर लगा दिया हैं। इसमें खासतौर पर जिले की टीम पूरी तरह से व्यस्त हो गई। दूसरी तरफ नगर में भी संगठनात्मक गतिविधियों ने गति पकड़ ली है। प्रदेश से आने वाले सभी आयोजनों को ईमानदारी से किया जा रहा है।
इस बीच अब रणदिवे की टीम के गठन की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है। दावेदारों ने कमर करना शुरू कर दी। सबसे ज्यादा संग्राम महामंत्री के तीन पदों को लेकर है। मजेदार बात ये है कि डेढ़ दर्जन दावेदार हैं। इन पदों में सोशल इंजीनियरिंग के साथ में क्षेत्रीय संतुलन भी होगा, जिसके हिसाब से सारे जोड़-घटाव किए जा रहे हैं।
इंदौर नगर जिला अध्यक्ष गौरव रणदिवे विधानसभा-5 से आते हैं, जिसके चलते इन तीनों पदों पर अन्य विधानसभा के पदाधिकारियों का दावा अधिक मजबूत है। एक पद अजा वर्ग के लिए आरक्षित है तो बचे दो पर सामान्य व पिछड़ों को जगह दी जाना है। उस हिसाब से नेता समीकरण जमा रहे हैं। स्थानीय आकाओं के अलावा प्रदेश के नेताओं पर भी कई दावेदारों को भरोसा है।
महामंत्री बनने के लिए अब तक आधा दर्जन ब्राह्मण दावेदारों के नाम सामने आ चुके हैं। इनमें गोलू शुक्ला, सुमित मिश्रा, बबलू शर्मा, गंगा पांडे, मनोज मिश्रा, महेश पालीवाल और संदीप दुबे प्रमुख हैं। चौंकाने वाली उपस्थिति पांडे की है। उनका नाम सीधे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की तरफ से आ रहा है। सिंगल नाम पर शर्मा का वीटो रहा तो नगर अध्यक्ष रणदिवे को बनाना ही पड़ेगा।
हालांकि बबलू शर्मा भी प्रदेश अध्यक्ष के साथ कृष्ण मुरारी मोघे के भरोसे हैं। मिश्रा का नाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के यहां से आ सकता है। ये भी हैं आधा दर्जन दावेदार
अपने काम के दम पर नेमा के पदाधिकारी रहे कमल वाघेला, हरप्रीत सिंह बक्शी, नानूराम कुमावत दावेदार हैं। उनके अलावा चार नंबर से राजेश जैन, सोनू राठौर और पांच नंबर से राजेश उदावत भी महामंत्री बनने के इच्छुक हैं।
भाजपा संविधान के हिसाब से अजा वर्ग से एक महामंत्री बनाया जाता है। इसके लिए घनश्याम शेर एक बार फिर दावेदार हैं। दो नंबर से सुरेश कुरवाड़े, राजेश शिरोड़कर, राजेश वानखेड़े के अलावा कमल वर्मा भी मजबूत दावेदार हैं। पूर्व अध्यक्ष गोपी नेमा उन्हें बनाने के लिए प्रयासरत हैं। शिरोड़कर अपने अजा मोर्चा में अच्छे प्रदर्शन के दम पर खम ठोक रहे हैं।