देश। अरब सागर में भारतीय नौसेना का एक ‘मिग-29 के (MiG-29K)’ लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। गुरूवार शाम को हुई इस दुर्घटना में एक पायलट लापता है, जबकि दूसरे पायलट को बचा लिया गया है। लापता पायलट के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
विवेक मधवाल जारी किया एक संक्षिप्त बयान
नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल ने शुक्रवार सुबह एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि गुरूवार शाम 5 बजे समंदर में एक ‘मिग-29 के (MiG-29K)’ का ट्रेनर एयरक्राफ्ट ‘गिर गया’। घटना के बाद एक पायलट को तो बचा लिया गया लेकिन दूसरे का अभी तक कुछ अता पता नहीं चला है। लापता पायलट, कमांडर निशांत सिंह की तलाश के लिए समंदर और आसमान से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। कमांडर मधवाल के मुताबिक, नौसेना ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
ट्रेनर एयरक्राफ्ट कैसे क्रैश हुआ
अभी तक ये साफ नहीं है कि ये ट्रेनर एयरक्राफ्ट कैसे क्रैश हुआ है। लेकिन माना जा रहा है कि ये विमान एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात था। हाल ही में विक्रमादित्य और उसपर तैनात ‘मिग-29 के (MiG-29K)’ फाइटर जेट्स ने अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ अरब सागर में मालाबार एक्सरसाइज़ में हिस्सा लिया था (17-20th नबम्बर) इस युद्धभ्यास में अमेरिका के विमानवाहक युद्धपोत, यूएसएस निमिट्ज ने भी हिस्सा लिया था।
रूस से किया था 45 ‘मिग-29 के’ लड़ाकू विमानों का सौदा
आपको बता दें कि वर्ष 2013 में भारतीय नौसेना ने रूस से 45 ‘मिग-29 के (MiG-29K)’ लड़ाकू विमानों का सौदा किया था। नौसेना ने इन विमानों को एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात करने के लिए लिया था। हालांकि, इन फाइटर जेट्स की एक स्कॉवड्रन (आईएनएस 303), गोवा स्थित आईएनएस हंस पर तैनात है और कुछ विमान विशाखापट्टनम में भी तैनात रहते हैं। क्योंकि भारत का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रांत अभी बनकर तैयार नहीं हुआ है। पिछले एक साल में ‘मिग-29 के’ फाइटर जेट्स का ये तीसरा बड़ा क्रैश है। इससे पहले नबम्बर 2019 में एक ‘मिग-29 के’ गोवा में हादसे का शिकार हुआ था और दूसरा इसी साल फरवरी में हुआ था।