भोपाल। आयुर्वेद पोस्ट गेजुएट डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देने का विरोध में शुक्रवार को शहर के सभी निजी अस्पताल 12 घंटे तक सेवाएं नहीं देंगे। हालांकि इस दौरान निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी, लेकिन सामान्य इलाज यहां पर नहीं मिल सकेगा। गेट पर ताला लगाकर भी नये निर्णय का विरोध किया जाएगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए का कहना है कि मिक्सपैथी बिल एक तरह से आमजनों की जान से खिलवाड़ है। जब एमबीबीएस डॉक्टर को सर्जरी की इजाजत नहीं है, उसे सर्जरी का विशेषज्ञ बनना पड़ता है, तब सामान्य तौर पर इसकी इजाजत कैसे दी जा सकती है। इसका हर हाल में विरोध किया जाएगा।
आईएमए के अनुसार आयुर्वेद डॉक्टर मामूली पेन किलर एवं प्रतिजैविक दवाएं तक नहीं लिख सकते। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया निर्णय है। इसके बाद मिक्सोपैथी जैसा काला कानून केन्द्र सरकार लाना चाहती है, जो किसी तरह से उचित नहीं है।