ग्वालियर :- मध्यप्रदेश में उपचुनाव की तैयारी जोरों पर चल रहीं हैं, वहीं ग्वालियर अंचल में में बैठकें शुरू हो गई हैं। ग्वालियर में चुनाव प्रवंधन की बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा की चुनाव में अंतिम जीत ओर अंतिम लड़ाई कहां होती है, वो होती है बूथ पर। यदि हमने बूथ का सही प्रबधन कर लिया, अपने-अपने बूथ पर विजयश्री प्राप्त कर ली तो हम बूथ जीते चुनाव जीते। उन्होंने आगे कहा कि सारे कार्यकर्ता अपने-अपने प्रभाव के मतदान केंद्र के जीत का संकल्प लेकर परिणाम देंगे, तो में जवाबदारी के साथ कह सकता हूं कि इतने वोट से जीतेंगे जितने से वे कभी नहीं जीते होंगे।
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता निसंदेह इस निर्णय से न केवल राजनीतिक हित में, बल्कि राष्ट्रीय निर्मण में लाभकारी होगी इसमे कोई शक नहीं होना चाहिए कि मित्रो यह बहुत बड़ी विधानसभा है। भौगोलिक दृष्टि से मतदाताओं की अगर बात करते है तो 3 लाख से ऊपर मतदाता है। 331 मतदाता केन्द्र है, हो सकता है कि उपमतदन केंद्र भी बने।
कुछ इस तरह बोले पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, पूर्व सरकार पर भी साधा निशाना
इस अवसर पर विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा कि हम विधायक इसलिये बनते है कि जनता की हर इच्छा पूरी कर सके और क्षेत्र का विकास कर पाएं। चाहे एमपी, हो मंत्री हो या विधायक हो अगर क्षेत्र कि जनता का विकास नहीं कर पाये तो सब बेमानी है। सवा साल के राज्य में अपने देखा कि हमारे विधायकों को मिलने का समय नहीं मिलपता था, बल्कि विधायकों को अपने क्षेत्र की समस्याओं के लिए धरना देने पड़े तो आप समझ सकते है कि क्या सरकार चली होगी। लगतार आप देख रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जिनके अथक प्रयास से 15 साल बाद सरकार बनी। चम्बल की 34 सीटों में से 27 सीट जीती। उसके बाद उनका भी लगातार अपमान हुआ तो सारे विधायक सिंधिया जी के सम्मान में खड़े हो गये और हर कार्यकर्ता सिंधिया जी के साथ खड़ा है। वो हर कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़ा है जिन कायकर्ताओं ने पार्टी छोड़ी है। उन कार्यकर्ताओं को भविष्य में सम्मान जरूर मिलेगा।
वहीं जिला अध्यक्ष ने कहा हमें फिर से मुन्नालाल गोयल को विधानसभा पहुंचना हैं
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी ने कहा कि ये ऐतिहसिक उपचुनाव है, कांग्रेस के 15 महीने का कुशासन और जनविरोधी नीतियों के कारण कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए मुन्नालाल गोयल को हमें पूरी मेहनत के साथ फिर से विधायक बनाना है। हमें जनाधार वाला नेता मिला है, हमें मुन्नालाल गोयल को मतो से विधानसभा पहुंचना है।