16.1 C
Bhopal
Friday, November 22, 2024

उद्धव ठाकरे के नाम सोनिया गांधी के खत पर राजनीति शुरू, शिवसेना बोली….

Must read

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर राजनीति गरमा गई है। हालांकि, इस मसले पर अब शिवसेना ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। पार्टी ने कहा है कि राज्य में दबाव की राजनीति नहीं हो रही है।

ये भी पढ़े : इंदौर में इश्क में इतनी पागल हो गई थी , कि प्रेमी के कहने पर बाप पर लगाया दुष्कर्म का आरोप

शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार (19 दिसंबर) को कहा है कि सोनिया गांधी के पत्र में ऐसी कोई खास बात नहीं है। दोनों पार्टियों का गठबंधन है और यहां दबाव की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। 

ये भी पढ़े : 4500 अमेरिकियों को लगाया एक अरब का चूना, दिल्ली पुलिस ने किया भंडाफोड़

संजय राउत ने कहा कि सोनिया गांधी यूपीए की अध्यक्ष हैं। महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महाविकास अगाड़ी के गठन में उनकी और शरद पवार की महत्वपूर्ण भूमिका थी। जब हमने गठबंधन किया तो एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाया था। यह पत्र उस बारे में ही था। 

ये भी पढ़े :  “और कितनी जाने लोगे” कहकर केजरीवाल ने विधानसभा में फाड़ी कृषि कानून की कॉपी

संजय राउत के मुताबिक, ‘कोरोना वायरस महामारी के कारण साझा न्यूनतम कार्यक्रम के तहत कई कार्य पेंडिंग हो गए। इस महामारी की वजह से कुछ परियोजनाओं से जुड़े काम भी पेंडिंग हैं।’ राज्यसभा सांसद राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी ऐसा एजेंडा लाती है, जो महाराष्ट्र और राज्य के लोगों के हित में है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। यहां दबाव की कोई राजनीति नहीं है। हम कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं। 

ये भी पढ़े :  राजस्थान: लड़कियों को अकेले कमरे में बुलाकर शिक्षक शारीरिक संबंध बनाने का डालता था दबाव

गौरतलब है कि न्यूज एजेंसी पीटीआई ने शुक्रवार (18 दिसंबर) को बताया था कि सोनिया गांधी ने 14 दिसंबर को उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा। इसमें सरकार को कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की याद दिलाते हुए दलितों और आदिवासियों के कल्याण के लिए कुछ उपाय लागू करने की बात कही गई।

ये भी पढ़े : सरकारी कांट्रेक्टर के पास मिले 700 करोड़ का काला धन, IT Raid में खुलासा

इस पत्र के ध्यान आकर्षित करने की वजह है कि यह अपनी तरह का पहला मामला था, जब कांग्रेस ने भाजपा को हराने के लिए शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ वैचारिक रूप से अलग-थलग शिवसेना के साथ गठबंधन किया था और पिछले साल राज्य में महागठबंधन की सरकार बनाई।

ये भी पढ़े :  विक्रांत भूरिया बने युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, संजय सिंह को 20420 वोट से हराया

    Daily Update के लिए अभी डाउनलोड करे : MP samachar का मोबाइल एप 

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

error: Content is protected !!