भोपाल | कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने पार्टी के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने का फैसला किया है।इसके लिए भोपाल, सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन, विदिशा सहित अन्य जिलों से किसान ट्रैक्टर ट्राली में भोपाल पहुंचेंगे तथा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुआई में किसान विधानसभा की ओर बढ़ेंगे। करीब दो महीने की चुप्पी के बाद कांग्रेस का यह पहला मैदानी कार्यक्रम है,जिसमें कमलनाथ मौजूद होंगे। इस आंदोलन की तैयारी का जिम्मा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी को सौंपा गया है।
किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा का घेराव करेंगे कमलनाथ ,कही ये बड़ी बात
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर पार्टी ने यह तय किया है कि किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। नाथ भी ट्रैक्टर पर सवार होकर ही घेराव के लिए आगे बढ़ेंगे। घेराव की तैयारियों में जुटे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने बताया कि केंद्र सरकारने किसानों के साथ धोखा किया है। तीनों कानून किसानों को तबाह करने वाले हैं।
इनमें कोई खराबी नहीं है तो फिर सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रावधान जोड़ने में क्या समस्या है। केंद्र सरकार किसानों को व्यापारियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहती है। यही वजह है कि किसान तीनों कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। प्रदेश में भाजपा इन कानूनों को लेकर सम्मेलनों के जरिये जो भ्रम फैला रही है, उसे विधानसभा के घेराव के जरिये दूर किया जाएगा। इस आंदोलन में पार्टी के सभी विधायक और बड़े नेता हिस्सा लेंगे।उल्लेखनीय है कि इससे पहले कांग्रेस ने किसानों के दिल्ली में चल रहे प्रदर्शनको समर्थन किया है। मप्र कांग्रेस ने भी भारत बंदके आव्हान पर अपनी इकाईयों से इसमें सहयोग के लिये कहा था।
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