भोपालः मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने मृत कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद एतियाती कदम उठाते हुए केरल और उसके सीमावर्ती राज्यों से आने वाली पोल्ट्री (मुर्गे-मुर्गी) पर अगले आदेश तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है.जिला कलेक्टरों से भी कहा गया है कि वे राज्य के पोल्ट्री ऑपरेटरों से बैठक कर केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन कराएं और रैंडम सर्वे भी हो|
आपको बता दें कि इंदौर के डेली कॉलेज में मृत मिले कौवों के मामले में भारतीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (एनआइएसएचएडी) भोपाल ने बर्ड फ्लू की पुष्टि थी. एनआइएसएचएडी की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार को सचेत किया है और कहा है कि बर्ड फ्लू का वायरस इंसानों में तेजी से फैलता है, इसलिए सतर्कता बरतें|
केंद्र की गाइडलाइंस में कहा गया है कि किसी भी पक्षी की मौत होती है तो उसकी जानकारी तत्काल दें. इसके लिए केंद्र में आईडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) और ईएमआर (इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ) सक्रिय हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में मंगलवार को मध्य प्रदेश को पत्र लिखा था. इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह अपने आवास पर बैठक की थी|
इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद थे. सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में फिलहाल इंसानों में बर्ड फ्लू के मामले नहीं आए हैं, फिर भी पूरी सावधानी रखी जाए. केंद्र सरकार को भी रोजाना की रिपोर्ट दी जा रही है. वर्तमान में सिर्फ कौवों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस के संक्रमण की जानकारी मिली है|
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू के मामले में बारीक नजर रखी जा रही है. चिकेन में ऐसे कोई लक्षण नहीं मिले हैं. फिर भी जो लोग मांसाहार करते हैं वे अच्छी तरह पकाकर उसका उपयोग करें. सावधानी और सतर्कता भी रखें. पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि भोपाल में राज्य.स्तरीय और सभी जिलों में जिला.स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है. राज्य के 11 जिलों में कौवों की मौत की सूचना मिली है. इनमें केवल इंदौर, मंदसौर और आगर मालवा में ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है|
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