इंदौर। इंदौर में एक दर्दनाक हादसे में दो साल के बच्चे की मौत हो गई। वह बालकनी से नीचे गिर गया। शाम करीब 6 बजे हुए इस हादसे के बाद बच्चे के इलाज के दो अस्पताल बदल दिये। बच्चे को पहले निजी फिर एमवाय अस्पताल ले गए। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है।
जानकारी के अनुसार बात दे घटना कृष्णबाग कॉलोनी की है। यहां रहने वाले राजवीर जाटव शाम को भमोरी स्थित केंटीन से घर लौटे थे। बेटे आर्यन को बालकनी में खेलता छोड़ राममणि पति के लिए दरवाजा खोलने चली गई। इतने में बच्चा पहली मंजिल की बालकनी पर चढ़ गया। उसका संतुलन बिगड़ा और वह रोड पर जा गिरा।
मां राममणि और पिता राजवीर जैसे ही बालकनी में पहुंचे बेटा दिखाई नहीं दिया। ढूंढ़ने पर वह रोड पर बदहवास पड़ा था। उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाने निजी अस्पताल ले गए। यहां आईसीयू में भर्ती करने की बात कही। लेकिन बाद में उसे रात करीब साढ़े आठ बजे एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। वहां पहुंचते ही बच्चे का इलाज शुरू किया गया। हालत नाजुक होने के कारण उसे ऑक्सीजन दी, वेंटिलेटर पर रखा, लाइफ सेविंग दवाएं भी दीं पर मंगलवार देर रात 1.20 बजे मासूम की मौत हो गई। जैसे ही बच्चे ने दम तोड़ा उपचार कर रहे डॉक्टरों ने कहा सॉरी। दरअसल उसके सिर में गहरी चोट लगी थी और पसलियां भी टूट गई थीं। राजवीर ने बताया कि पहली मंजिल पर बनी बालकनी करीब 15 फीट ऊंची है। राजवीर के मुताबिक वह मूल रूप से शिवपुरी के रहने वाले हैं। चार साल पहले उसकी और राममणि की शादी हुई थी। इंदौर में नौकरी कर किराए के घर में रहने लगा। राजवीर बेटे आर्यन के शव को लेकर शिवपुरी चला गया। वहीं उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।