सागर। पन्ना की धरती से निकलने वाले चमकीले पत्थर लोगों की रातों-रात किस्मत बदलने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन यह पत्थर नसीब वालों को ही मिल पाते हैं. ऐसे ही एक किसान को 15 साल की मेहनत के बाद खदान से हीरा प्राप्त हुआ है. किसान को 15 लाख कीमत का कीमती हीरा मिला है. इसके बाद वह बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि वे इस पैसे से अपना घर बनाने और बच्चों की शिक्षा पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं.
गहरा गांव के निवासी ठाकुर प्रसाद यादव हर साल खुदाई करते थे, एक एक कंकड़ पत्थर में हीरा तलाशते थे, और इस तरह से धीरे-धीरे करके कई साल गुजर गए, लेकिन ठाकुर प्रसाद ने हिम्मत नहीं हारी. इस साल उन्होंने सरकोहा की निजी जमीन पर पट्टा लिया था, अब जाकर उन्हें सफलता मिली. ठाकुर प्रसाद का कहना है कि हीरे की तलाश में उनकी जिंदगी निकल गई है, अब जाकर हीरा मिला है. इसकी खुशी इतनी है कि हम आपको बता नहीं सकते, चमचमाते हुए हीरे का वजन 4 कैरेट 24 सेंट बताया जा रहा है. हीरे को हीरा कार्यालय में जमा किया गया.
किसान ने बताया कि नीलामी के बाद मिलने वाली रकम से वह अपनी और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारेंगे और बचे पैसों को बिजनेस में लगाएंगे. वहीं हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि यह हीरा कम उज्जवल किस्म का है, जिसे आगामी नीलामी में रखा जाएगा.
ऐसे मिला हीरा
पन्ना की धरती को रत्नगर्भा के नाम से जाना जाता है और यहां समय-समय पर बेशकीमती हीरों की प्राप्ति होती रहती है, जो इस क्षेत्र की समृद्ध खनिज संपदा का प्रमाण है. पिछले 15 साल से हीरों की खोज में जुटे ठाकुर प्रसाद यादव, धर्मदास पाल और इनके बेटे ने मिलकर सरकोहा में निजी खदान शुरू की थी. करीब एक साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें यह सफलता मिली, हीरा मिलते ही तीनों साथी भागे-भागे इसे लेकर हीरा कार्यालय पहुंचे और विधिवत जमा करवा दिया.