Wednesday, April 16, 2025

घरेलू झगड़े को लेकर 300 फीट ऊंचे बिजली के खंभे पर चढ़ा युवक

अनूपपुर। अनूपपुर में नेशनल हाईवे-43 (जबलपुर-जमशेदपुर) पर बकेली गांव में पत्नी से झगड़े के बाद युवक 300 फीट ऊंचे बिजली के टावर पर चढ़ गया। वह टावर में लगे चीनी मिट्‌टी के उपकरण को पकड़कर करीब 5 घंटे तक बैठा रहा। टावर से 4 लाख वोल्ट (400केवी) की लाइन गुजरती है। युवक के इस हाई वोल्टेज ड्रामे को लेकर 3 राज्यों में हड़कंप की स्थिति रही। तमाम अधिकारी युवक को टावर से उतारने के लिए मौके पर आ गए। बिजली सप्लाई बंद करने के लिए मुंबई से परमिशन ली गई। इसके बाद उमरिया और कोरबा(छत्तीसगढ़) में ताप विद्युत गृह से सप्लाई बंद कराई गई। इसके बाद युवक को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित नीचे उतारा।

 

बकेली गांव में रहने वाले रोहित (38) पुत्र समयलाल सिंह ने बताया कि उसने रात की बची हुई महुआ की शराब सुबह पी ली थी। यह देखकर उसकी पत्नी सावित्री नाराज हो गई और सुबह से विवाद करने लगी। वह कहने लगी कि शराब पीना बंद कर कुछ काम करो, इस बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। इसके बाद वो गुस्से में खुदकुशी करने के लिए 4 लाख वोल्ट की बिजली की लाइन के टावर पर चढ़ गया। युवक 300 फीट ऊंचे टावर में लगे चीनी मिट्टी के उपकरण को पकड़कर 5 घंटे तक बैठा रहा। युवक और उसकी मौत के बीच की दूरी मात्र 3 फीट थी। फिसलने से बचने के लिए उसने अपनी शर्ट को पैरों से बांध लिया। यह देखकर टावर के आसपास भीड़ लग गई। लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मोजर बेयर कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।

 

रोहित सिंह मूल रूप से बकेली का रहने वाला है। वह करीब 10 साल से वकेली के छपराटोला में स्थित अपनी ससुराल में रह रहा है। वह ससुर की चाय-नाश्ते की दुकान चलाता है। युवक के टावर पर चढ़ने के बाद मौके पर पहुंचे अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीएम कमलेश पुरी ने हाई वोल्टेज करंट को डिस्चार्ज कराया। उसके बाद अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई की रेस्क्यू की स्पेशल टीम ने 2 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद युवक को रस्सी के सहारे नीचे उतारा गया। स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती कराया गया।

 

एसडीएम कमलेश पुरी ने बताया कि सरपंच व सचिव से जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। यह लाइन बिरसिंहपुर-पाली (उमरिया) से कोरबा (छग) की ओर गई है। यह नेशनल ग्रिड का मामला था, इसमें विद्युत सप्लाई बंद करने के लिए मुंबई से परमिशन लेनी थी। परमिशन लेने के बाद बिरसिंहपुर पाली एवं कोरबा दोनों जगह से विद्युत सप्लाई बंद कराई गई। सप्लाई बंद होने के 10 से 20 मिनट तक विद्युत सप्लाई डिस्चार्ज होने में समय लगा। उसके बाद रेस्क्यू टीम के एक्सपर्ट शहडोल से आए। उनके आने में भी समय लगा। यह सब कारणों के कारण युवक को उतारने में पांच घंटे लगे।

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