इंदौर: मध्य प्रदेश के भंवरकुआं इलाके में होने वाले मूर्ति स्थापना और गरबा आयोजन को अचानक निरस्त कर दिया गया है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन पर लव जिहाद फैलाने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। पुलिस द्वारा की गई जांच के बाद आयोजन स्थल से टेंट और जगह-जगह लगे पोस्टर हटवा दिए गए।
हिंदूवादी कार्यकर्ताओं का दावा था कि मूर्ति कलाकार ने माता की मूर्ति को बुर्के जैसी ड्रेस पहनाई है। इस सूचना के आधार पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने आयोजन स्थल पर हंगामा किया और पुलिस से मांग की कि मूर्तिकार और आयोजनकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद, हिंदूवादी नेता लक्की रघुवंशी ने अपने साथियों के साथ थाने में जाकर इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
बजरंग दल की शिकायत
बजरंग दल के राम दांगी और अन्य कार्यकर्ताओं ने पुलिस से शिकायत की थी कि भावना नगर में कई सालों से फिरोज खान शिखर गरबा मंडल के नाम से नौ दिवसीय मूर्ति स्थापना के साथ गरबे का आयोजन किया जाता है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह आयोजन लव जिहाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जाता है, और उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से इस संबंध में जानकारी मिली थी।
पुलिस की तफ्तीश और कार्रवाई
थाना प्रभारी (टीआई) राजकुमार यादव ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल स्थल पर जाकर जांच की। प्रारंभिक जांच में मूर्ति पर बुर्के जैसी कोई ड्रेस नहीं पाई गई, लेकिन मूर्तिकार को थाने लाकर पूछताछ की गई। टीआई मनोज सेंधव ने बताया कि खजराना इलाके में रहने वाले बंगाली कारीगर से भी पूछताछ की गई है, और पुलिस इस मामले की और भी गहराई से जांच कर रही है।
आयोजन रद्द, माहौल शांतिपूर्ण
आरोपों और शिकायतों के बाद, आयोजन को पूरी तरह से निरस्त कर दिया गया है। पुलिस ने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी है। हालांकि, इस विवाद ने क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
घटना से इंदौर में सांप्रदायिक माहौल को बिगड़ने से बचाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है।