भोपाल: पुलिस विभाग में कार्य विभाजन को लेकर एक असामान्य स्थिति सामने आई है। कुछ सीनियर अधिकारियों के पास कोई ठोस जिम्मेदारी नहीं है, जबकि कई अधिकारी एक से अधिक जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं। खाली पड़े पदों की वजह से सीनियर आईपीएस अधिकारियों में असंतोष बढ़ रहा है, और वे केंद्र में डेपुटेशन के लिए प्रयास कर रहे हैं। एक एडीजी ने यहां तक कहा कि “लाखों की सैलरी दे रहे हैं और काम बाबू के स्तर का भी नहीं है।”
एडीजी वेलफेयर अनिल कुमार के पास स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (एसआईएसएफ) का अतिरिक्त प्रभार है। इसी प्रकार, डेपुटेशन से लौटे कुछ अन्य अधिकारियों को भी अतिरिक्त चार्ज सौंपे गए हैं।
प्रमोशन के बावजूद कई आईपीएस अधिकारियों को अपेक्षाकृत कम पदों पर तैनात किया गया है। उदाहरण के लिए, एडमिन स्पेशल डीजी विजय कटारिया की पोस्ट एडीजी स्तर की है, फिर भी उन्हें उसी पद पर रखा गया है। इसी तरह, एडीजी डीसी सागर को भी शहडोल के आईजी पद पर तैनात किया गया था। एडीजी महिला सुरक्षा प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव को भी प्रमोशन के बाद स्पेशल डीजी बनाया गया, लेकिन उनकी पोस्टिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ।
प्रमोशन के बाद पीएचक्यू में बिना काम के बैठे रहने वाले सीनियर आईपीएस अधिकारियों में नाराजगी बढ़ रही है। नाम न बताने की शर्त पर एक सीनियर आईपीएस अधिकारी ने कहा कि “प्रमोशन के बाद भी मेरे पास हफ्ते में शायद ही कोई फाइल आती है, जिससे खाली बैठे रहने के कारण डिप्रेशन बढ़ने लगा था।” बाद में वे केंद्र सरकार में डेपुटेशन पर चले गए और फिलहाल सेंट्रल फोर्सेस में आईजी के पद पर कार्यरत हैं। एक अन्य एडीजी ने भी इसी तरह की नाराजगी जताई और कहा कि “लाखों की सैलरी के बाद भी बाबू स्तर का काम नहीं है।”
खाली पड़े ADG पद
एडीजी सोनाली मिश्रा की पदस्थापना प्रशिक्षण में होने के साथ-साथ उनके पास जेएनपीए सागर और भौंरी ट्रेनिंग संस्थान का अतिरिक्त प्रभार भी है।
अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले आईपीएस अधिकारियों के लिए पद स्वीकृत किए गए हैं और उन्हें प्रमोशन भी दिया गया है। ऐसे में सभी अधिकारियों को समान रूप से काम बांटा जाना चाहिए। जब उन्हें पदोन्नति के बाद अधिक वेतन दिया जा रहा है, तो उन्हें उसी अनुसार काम भी मिलना चाहिए।
कई पद खाली
स्पेशल डीजी संजय कुमार झा के रिटायरमेंट के बाद से यह पद खाली है। इसी तरह, एडीजी बीबी शर्मा के रिटायरमेंट के बाद से मानव अधिकार आयोग में पद खाली पड़ा है। स्पेशल डीजी प्रबंध का पद आईपीएस आलोक रंजन के रिटायरमेंट के बाद से खाली है। लोक अभियोजन स्पेशल डीजी सुषमा सिंह के रिटायरमेंट के बाद से यह पद भी खाली हो गया है।