इंदौर। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को प्रेम और ऐश्वर्य का कारक माना गया है। मध्य प्रदेश में ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि 28 जनवरी को सुबह छह बजकर 42 मिनट पर शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि यानी मीन राशि में गोचर करेंगे।
सुनील चोपड़ा के अनुसार, शुक्र को स्त्री ग्रह भी माना जाता है और राशि चक्र में इन्हें वृषभ राशि और तुला राशि पर आधिपत्य प्राप्त है। इसी तरह राशि चक्र की बारहवीं और अंतिम राशि मीन है, जो कि जल तत्व की दोहरे स्वभाव की राशि है। मीन राशि कल्पना, रचनात्मकता, अध्यात्म और प्रेम का प्रतीक मानी गई है।
शुक्र ग्रह पूरे 123 दिनों तक मीन राशि में रहेंगे। इसका सभी 12 राशियों पर मिला-जुला असर पड़ेगा। वहीं वृष, मिथुन, सिंह और मीन, वो राशियां हैं, जिन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इन राशि वालों पर धन वर्षा होगी। सेहत में सुधार के साथ ही सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
ग्रहों के सेनापति मंगल ने उल्टी चाल से मिथुन राशि में किया प्रवेश
- ग्रहों के सेनापति मंगल का राशि परिवर्तन 21 जनवरी को उल्टी चाल (वक्री) स्थिति मिथुन राशि में मंगलवार की सुबह हो गया। नीच और वक्री मंगल अब कर्क राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर लिया।
- मंगल का यह राशि परिवर्तन बहुत खास माना जा रहा है। मिथुन राशि पर भी इसके अच्छे प्रभाव होंगे। इससे मंगल आपके जीवन में ऊर्जा लाएंगे। मंगल ग्रह हर 45 दिनों में राशि बदलते हैं।
- वक्री होने के कारण मंगल दो अप्रैल तक मिथुन राशि में रहेंगे। 24 फरवरी से मिथुन में ही मार्गी चाल चलेंगे। इससे मिथुन राशि वाले जातकों को लाभ होगा। मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन करने से मेष, सिंह, कन्या व मीन राशि के जातकों को लाभ होगा।
- अन्य राशियों के जातकों पर इसका मिलाजुला प्रभाव पड़ेगा, इसके साथ ही व्यापार जगत भी प्रभावित रहेगा और ठंड के तेवर ढीले पड़ेंगे। मेष, सिंह, कन्या व मीन के अलावा अन्य राशि वाले संभल कर रहें।