ग्वालियर। शहर के महाराजपुरा स्थित वायुसेना स्टेशन की बाउंड्री से सटे पांच गांवों में पुलिस ग्रामीणों का सत्यापन करना शुरू कर दिया है। स्टेशन से सटे इन गांवों में एक रिठौरा थाना व चार महाराजपुरा थाने की सीमा में मौजूद। इन गांवों में मालनपुर स्थित फैक्ट्रियों में नौकरी करने वाले कुछ युवक भी किराए पर रहते हैं, इनकी अलग से सूची बनाकर जांच की जाएगी। इन गांवों में फोटोग्राफर या अन्य लोगों पर ड्रोन या अन्य इलेक्टॉनिक उपकरणों की जानकारी भी मुखबिर तंत्र से एकत्र की जा रही है।
दरअसल जम्मू कश्मीर में वायुसेना स्टेशन पर लगातार ड्रोन से हमले के बाद महाराजपुरा स्थित वायुसेना स्टेशन पर सुरक्षा सतर्कता बढ़ाने के साथ ही वायुसेना अधिकारियों ने स्टेशन लगभग 20 किलोमीटर की परधि में पूरी बाउंड्री के सभी वॉच टावर की स्थिति का निरीक्षण किया। इन टावर पर तैनात वायुसेना पुलिस के जवानों को ड्यूटी के दौरान गर्मी में पानी व हवा को लेकर कोई परेशानी न हो इसलिए व्यवस्था को भी चाक चौबंद किया। प्रोवोष्ट व डिफेंस सिक्योरिटी सर्विस के अधिकारियों ने भी सुरक्षा व्यवस्था निगरानी के बिंदुओं पर भी चर्चा की।
वायुसेना स्टेशन के अंदर काम करने वाले श्रमिकों की सूची का भी पुन: सत्यापन किया जा रहा है। ये कवायद इसलिए भी की जा रही है। क्योंकि वायुसेना स्टेशन की बाउंड्री के नजदीक बसे महाराजपुरा, खेरिया, सैंथरी, भोंडेरी व टीकरी बसे हुए हैं। इन गांवों में महाराजपुरा गांव सबसे बड़ा है, अन्य चार गांवों की आबादी 700 से 1000 के बीच है। पुलिस की सूचना के अनुसार इन गांवों में मालनपुर की फैक्ट्रियों में काम करने वाले कुछ श्रमिक सस्ते किराए पर कमरा मिलने के कारण किराए पर रहते हैं।