धार। सब्जियों के दाम में गत सप्ताह से लगातार आ रहे अचानक उछाल से आम आदमी की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। टमाटर के भाव आदमी को सता रहे हैं तो अब दो दिन में प्याज के भाव में 30 प्रतिशत वृद्धि होने से यह भी रसोई का बजट बिगाड़ेगा, जो गृहणियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। प्याज के दाम बढ़ने का कारण इसकी आवक कम और मंडियों में चल रहे छुटपुट अवकाश को बताया जा रहा है। भाव बढ़ने से रविवार को यहां सब्जी मंडी में करीब 40 हजार कट्टे प्याज की आवक हुई है।
क्षेत्र में लगातार एक-एक कर सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे रसोई का बजट बिगड़ गया है। टमाटर के भाव 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जो एक पखवाड़े पहले 50 रुपये प्रति किलो से भी कम थे। इसी प्रकार अब प्याज के दाम भी दो दिनों में 400 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं। बाजार में इसकी आवक कम होने पर इसके भाव और बढ़ सकते हैं।
ऐसे में इसको खरीदने में गृहणियों की आंखों में आंसू आ सकते हैं। शुक्रवार को यहां सब्जी मंडी में प्याज अधिकतम 1400 रुपये प्रति क्विंटल बिका था, जो रविवार को 1800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिक गया है। प्याज में सुपर गोल्डी 1300 रुपये, सुपर प्याज 1500 रुपये प्रति क्विटल तथा एक्सट्रा सुपर 1800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिका है। शुक्रवार की तुलना में प्याज की आवक भी दोगुनी होकर 40 हजार कट्टों की रही है।
जानकारों का मानना है कि इस वर्ष पूरे मालवांचल में मानूसन की वर्षा होने पर एक साथ बोवनी हुई है। इसके कारण मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई थी। इसके अलावा मंडियों में शासकीय अवकाश के कारण बाजार में प्याज की आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। गुरुवार को ईद का अवकाश रहा, शुक्रवार को मंडी चालू रही तथा शनिवार को साप्ताहिक अवकाश के बाद रविवार को मंडी में आवक हुई।
अब सोमवार को गुरु पूर्णिमा होने से मंडियों में अवकाश रहेगा। इस वर्ष पानी लगने से प्याज खराब भी अधिक हो गया था। इसके कारण कई किसानों को जो भाव मिला, उसी में प्याज बेच दिया। अब किसानों के पास अच्छे माल का स्टाक भी कम ही बचा है। ऐसे में आने वाले समय में इसके भाव में और उछाल आने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।