Ahmedabad Plane Crash: एक प्लेन और 329 जिंदगियां! Air India की उस फ्लाइट से नहीं आया कोई ज़िंदा वापस

Ahmedabad Plane Crash: 13 जून गुरुवार को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी लेकिन यह विमान उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 242 में से 241 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। विमान के क्रैश होने से पास के रिहायशी इलाके में भी आग लग गई और 56 अन्य लोग भी इस आग की चपेट में आ गए। कुल मिलाकर 297 लोगों की जान इस भयानक त्रासदी में चली गई। इस दुर्घटना में पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मौत हो गई। यह हादसा न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई देशों के नागरिकों के लिए सदमे जैसा बन गया। यह दुर्घटना अब तक की सबसे दर्दनाक हवाई दुर्घटनाओं में गिनी जा रही है।

एयर इंडिया का अतीत भी रहा है हादसों से भरा

एयर इंडिया का नाम पहले भी कई बड़े हादसों से जुड़ा रहा है। इसके इतिहास में कई ऐसे विमान हादसे हुए हैं जिनमें देश और दुनिया के महत्वपूर्ण लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वर्ष 1966 में हुए एक हादसे में भारत के महान वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा की भी मृत्यु हो गई थी। एयर इंडिया के विमान पहले भी 1978 1982 और 1985 में भी बड़े हादसों का शिकार हो चुके हैं। हर बार हादसे के बाद सुरक्षा पर सवाल उठे लेकिन वक्त के साथ ये हादसे भूलते चले गए।

Ahmedabad Plane Crash: एक प्लेन और 329 जिंदगियां! Air India की उस फ्लाइट से नहीं आया कोई ज़िंदा वापस

वह काला दिन जब होमी भाभा की जान गई

24 जनवरी 1966 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-101 मुंबई से लंदन जा रही थी। यह फ्लाइट दिल्ली और बेरूत होते हुए फ्रांस के माउंट ब्लांक पहाड़ों के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 117 लोग सवार थे जिनमें से कोई भी नहीं बच पाया। इस हादसे में भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक डॉ होमी जहांगीर भाभा की भी मृत्यु हो गई। वह उस समय भारत के एटॉमिक एनर्जी कमीशन के चेयरमैन थे। उनके नाम पर ही भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की स्थापना की गई थी। उन्हें भारत के परमाणु और अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक भी माना जाता है।

अन्य बड़े हादसे जो कभी नहीं भूले जा सकते

1 जनवरी 1978 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-855 मुंबई से दुबई जा रही थी। यह विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद अरब सागर में गिर गया। इस हादसे में 213 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी। इसके बाद 21 जून 1982 को AI-403 फ्लाइट मलेशिया से मुंबई आते वक्त लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गई। इसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। फिर 23 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-182 को खालिस्तानी आतंकवादियों ने बम से उड़ा दिया था। यह विमान कनाडा से भारत आ रहा था और अटलांटिक महासागर में ब्लास्ट हुआ जिसमें 329 लोगों की जान चली गई थी।

केरल में भी हुआ था हादसा और बचाव मिशन बना दुखद याद

7 अगस्त 2020 को एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट AI एक्सप्रेस 1344 दुबई से कोझिकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त रनवे से फिसल गई थी। यह फ्लाइट वंदे भारत मिशन का हिस्सा थी और कोरोना काल में विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस ला रही थी। इस फ्लाइट में कुल 190 लोग सवार थे जिनमें से 21 लोगों की मौत हो गई थी। ये सभी हादसे साबित करते हैं कि भारत की राष्ट्रीय विमान सेवा एयर इंडिया को अब अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर गहराई से काम करने की जरूरत है।

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