भोपाल: ग्वालियर-चंबल संभाग में लगातार तेज बारिश के चलते मड़ीखेड़ा डैम से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे भिंड जिले में सिंध नदी का जलस्तर तीन मीटर बढ़ गया है। सिंध नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है, और इस स्थिति को देखते हुए नदी किनारे के 33 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन ने नर्मदापुरम से एसडीआरएफ के जवानों को बुलाया है ताकि बाढ़ की स्थिति से निपटा जा सके।
प्रभावित क्षेत्रों में लहार के गांव जैसे बरहा, लिलवारी, मढ़ोरी, केशवगढ़ और धौर प्रमुख रूप से शामिल हैं, जहां प्रशासन ने लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी है। लगातार बारिश और मड़ीखेड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण इन गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
भरौली के दो गांवों, भरौली कला और भरौली खुर्द को खाली कराया जा रहा है, जबकि चितावली गांव में झिलमिल नदी के बाढ़ के कारण पानी घुस चुका है, जिससे करीब दो दर्जन घरों में पानी भर गया है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जबकि पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर हैं।
सिंध नदी के जलस्तर को देखते हुए, प्रशासन ने गांव-गांव में गोताखोरों को अलर्ट किया है और लोगों से आग्रह किया है कि वे बाढ़ के पानी में न घुसें। पुलिस और प्रशासन 2021 के बाढ़ के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सतर्कता बरत रहे हैं।
मध्य प्रदेश में इस वर्ष भारी वर्षा हो रही है। पिछले 84 दिनों में सामान्य से 74 मिमी अधिक वर्षा दर्ज की गई है। सामान्य वर्षा 947.42 मिमी के मुकाबले अब तक 1021.08 मिमी पानी गिर चुका है, और बारिश का सिलसिला अभी भी जारी है। मौसम विभाग ने 13 सितंबर को बालाघाट, मंडला, और सिंगरौली सहित 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, और जबलपुर सहित कई जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना जताई गई है।
आज का मौसम पूर्वानुमान:
मौसम विभाग के अनुसार, 13 सितंबर को सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, सिंगरौली, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, और निवाड़ी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, भोपाल, सीहोर, ग्वालियर, और जबलपुर में हल्की बारिश और गरज-चमक की उम्मीद है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, रतलाम, झाबुआ, और अलीराजपुर में धूप खिली रहने की संभावना है।
15 सितंबर से नया सिस्टम:
मौसम विशेषज्ञ एचएस पांडेय के अनुसार, मौजूदा सिस्टम कमजोर हो रहा है और उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है। हालांकि, 11 जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। 15 सितंबर से बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जो 16 सितंबर से मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर वापस ला सकता है, खासकर सागर, टीकमगढ़, और मंडला सहित 15 जिलों में।