बालाघाट। मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में बालाघाट, डिंडौरी और मंडला प्रमुख रूप से शामिल हैं। हाल ही में, मध्य प्रदेश पुलिस ने इन जिलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार नक्सलियों को मार गिराया, जिसके बाद से सुरक्षा बल लगातार अलर्ट मोड में हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पुलिस अधिकारियों के साथ नक्सलवाद पर बैठक की और यह स्पष्ट निर्देश दिया कि मध्य प्रदेश में हर 15 दिन में नक्सलवाद की समीक्षा की जाएगी, और किसी भी हाल में राज्य में नक्सलवाद को पांव नहीं जमाने दिया जाएगा।
2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे विकास कार्यों की निरंतर समीक्षा की जाएगी और नक्सल गतिविधियों पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जाएगा। केंद्र सरकार की नक्सलवाद उन्मूलन योजना में मध्य प्रदेश का भी सक्रिय योगदान रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, और इस दिशा में मध्य प्रदेश की पुलिस और सुरक्षाबलों ने शानदार कार्य किया है, जिसे आगे भी जारी रखना होगा।
बालाघाट में मारे गए चार नक्सली
हाल ही में बालाघाट जिले में पुलिस ने चार नक्सलियों को मार गिराने में सफलता हासिल की थी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बालाघाट पुलिस को बधाई दी और बताया कि मारे गए नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे वन क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस की नक्सल विरोधी हॉक फोर्स की यह महत्वपूर्ण कार्यवाही थी।
मध्य प्रदेश में पुलिस की सक्रियता
बालाघाट जिला, जो महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटा हुआ है, में सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बढ़ती कार्रवाई के चलते नक्सली अब मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर आने लगे हैं। लेकिन यहां सुरक्षा बलों की चौकसी के कारण नक्सलियों के पास भागने का कोई रास्ता नहीं है, और पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है।
यह भी पढ़िए : सोना-चांदी की कीमतों में आया ये बड़ा बदलाव