मध्यप्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका लगता दिख रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले पांढुर्णा विधानसभा के विधायक नीलेश उइके बीजेपी के कार्यक्रम में शामिल होते देखे गए। यह घटना छिंदवाड़ा जिले के पालाखेड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक स्वास्थ्य शिविर और विकास कार्यों के भूमि पूजन के दौरान हुई। उइके के बीजेपी के कार्यक्रम में शिरकत करने से राजनीतिक हलचल मच गई है, जिससे उनके पार्टी बदलने की अटकलें तेज हो गई हैं।
भाजपा सांसद के साथ मंच साझा नीलेश उइके, जो कांग्रेस विधायक हैं, को इस कार्यक्रम में भाजपा सांसद विवेक बंटी साहू के साथ देखा गया, जहाँ दोनों ने कई कार्यक्रमों में भाग लिया। उनके इस तरह से भाजपा के मंच पर नजर आने से राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े हो गए हैं। उइके का भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा करना इस बात के संकेत दे रहा है कि शायद वे कांग्रेस से दूरी बनाकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
कमलनाथ के गढ़ में सेंधमारी छिंदवाड़ा कमलनाथ का राजनीतिक गढ़ माना जाता है, लेकिन हाल ही में भाजपा ने यहाँ अपनी पकड़ मजबूत की है। पहले से ही, नाथ के करीबी माने जाने वाले विधायक कमलेश शाह, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, और महापौर विक्रम अहाके जैसे नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में अगर नीलेश उइके भी भाजपा का हिस्सा बनते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका होगा।
हालांकि, अब तक नीलेश उइके या भाजपा सांसद विवेक बंटी साहू की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन अटकलों का बाजार गर्म है। अगर उइके भाजपा में शामिल होते हैं, तो यह कमलनाथ और उनकी पार्टी के लिए एक और बड़ी चुनौती होगी, जो पहले से ही हार के बाद अंदरूनी संकट से जूझ रही है।
नीलेश उइके का भाजपा के मंच पर दिखना कांग्रेस के लिए संकेत है कि पार्टी को एक और संकट का सामना करना पड़ सकता है। यदि वे भाजपा में शामिल होते हैं, तो यह न केवल कमलनाथ की स्थिति को कमजोर करेगा, बल्कि छिंदवाड़ा क्षेत्र में भाजपा की पकड़ को और भी मजबूत करेगा।