रीवा: मध्यप्रदेश को एक और बड़ी सौगात मिली है। रीवा जिले में चोरहटा स्थित नए हवाई अड्डे को भारतीय विमानन प्राधिकरण (एएआई) ने अंतिम परीक्षण के बाद हवाई सेवाएं संचालित करने की मंजूरी दे दी है। अब इस एयरपोर्ट पर एटीआर 72 जैसे बड़े विमान भी उतर सकेंगे, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा। यह प्रदेश का छठा एयरपोर्ट होगा और इससे विंध्य क्षेत्र के विकास को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस उपलब्धि को प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि रीवा एयरपोर्ट से सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
लाइसेंस और संचालन की तैयारी
रीवा एयरपोर्ट को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने लाइसेंस जारी कर दिया है, जो 8 मार्च 2025 तक वैध रहेगा। इसके बाद लाइसेंस की प्रक्रिया को दोबारा अपनाना होगा। वर्तमान में एमपी में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और छतरपुर में हवाई अड्डे हैं, और अब रीवा भी इस सूची में शामिल हो गया है।
लोकार्पण की संभावित तारीख
एयरपोर्ट के लोकार्पण की तैयारी भी जोरों पर है। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे अंतिम रूप दिया। माना जा रहा है कि पितृ पक्ष के पहले या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को इसका उद्घाटन हो सकता है। इसके लिए पीएमओ से अनुमति ली जा रही है।
पर्यटन और निवेश को बढ़ावा
रीवा एयरपोर्ट के शुरू होने से विंध्य क्षेत्र में पर्यटन को नया प्रोत्साहन मिलेगा। क्षेत्र में निवेश और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी, जिससे नई नौकरियों का सृजन होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
रीवा एयरपोर्ट का संचालन प्रदेश के लिए आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे स्थानीय निवासियों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं और व्यापार के नए अवसर प्राप्त होंगे।