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Tuesday, November 12, 2024

अनुराग जैन होंगे एमपी के नए मुख्य सचिव, जानें कौन हैं अनुराग जैन

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मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय है। जैन 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं और उनके पास व्यापक अनुभव और सीनियरिटी है, जो उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है। मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा का सर्विस एक्सटेंशन आज समाप्त हो रहा है, और जैन को उनकी जगह नियुक्त किया जा रहा है।

अनुराग जैन की नियुक्ति के पीछे उनका प्रशासनिक अनुभव तो है ही, साथ ही वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पसंद भी हैं। उनके नाम पर विचार पहले भी हुआ था, खासकर जब सीएम यादव और जैन की दिल्ली में मुलाकात हुई थी।

हालांकि, जैन 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे, लेकिन अब वे मध्यप्रदेश लौटकर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनकी नियुक्ति से किसी अन्य अधिकारी को सुपरसीड नहीं किया जाएगा, जो एक संतुलित और व्यापक रूप से स्वीकार्य निर्णय है ।

अनुराग जैन एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं, जिन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे वित्त प्रबंधन के विशेषज्ञ माने जाते हैं और उनका करियर उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्यों से भरा रहा है।

प्रमुख जिम्मेदारियाँ और योगदान:

  • मध्य प्रदेश के नए चीफ सेकेटरी बनाए गए डॉ अनुराग जैन भोपाल कलेक्टर भी रह चुके हैं। उन्होंने प्रशसनिक सेवा की शुरूआत सागर जिले में बतौर सहायक कलेक्टर 6 जून 1990 में शुरू की थी। 26 अगस्त 1991 तक वह सागर में सहायक कलेक्टर रहे।
  • डॉ अनुराग जैन इसके बाद खुरई, जावरा में एसडीएम रहे। फिर संयुक्त मध्य प्रदेश का हिस्सा रहे कांकेर जिले में अपर कलेक्टर बनाए गए।
  • 7 सितंबर 1994 को डॉ अनुराग जैन छिंदवाड़ा जिले में डीआरडीए के परियोजना अधिकारी बनाए गए। इस पद पर वह जुलाई 1995 तक रहे। इसके बाद जून 1996 भोपाल में और जुलाई 1997 तक दुर्ग में डीआरडीए के परियोजना अधिकारी रहे।
  • आईएएस अनुराग जैन की बतौर कलेक्टर पहली पदस्थापना  मंडला जिले में 14 जुलाई 1997 को हुई थी। यहां वह जून 1999 तक रहे। इसके 22 जून 1999 को मंदसौर कलेक्टर बने। 16 जुलाई 2001 को उन्हें राजधानी भोपाल में कलेक्टर नियुक्त किया गया। 10 जुलाई 2001 तक भोपाल कलेक्टर रहे।
  • आईएएस अनुराग जैन 20 जनवरी 2004 से अगस्त 2004 तक मप्र पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर के आयुक्त और सह-निदेशक रहे। इसके बाद वह एक साल के लिए विदेश प्रशिक्षण पर चले गए।
  • आईएएस अनुराग जैन विदेश से लौटने के बाद 5 जुलाई 2005 से 12-9-2005 तक आईईसी ब्यूरो के आयुक्त-सह-निदेशक रहे। इसके बाद 23 सितंबर 2005 से दिसंबर 2005 तक वह स्वास्थ्य आयुक्त बनाए गए।
  • आईएएस अनुराग जैन 6 दिसंबर 2005 को तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के सचिव बनाए गए थे। इसके बाद वह 11 जून से 2007 से जून 2011 तक वह सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग विभाग के सचिव रहे।
  1. मध्य प्रदेश सरकार में योगदान:
    • अनुराग जैन ने मध्य प्रदेश सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वे दो बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव रहे। उनकी वित्तीय प्रबंधन में गहरी समझ और विशेषज्ञता के कारण उन्हें 2019 में कमलनाथ सरकार द्वारा वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
    • जैन ने मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस डिलीवरी एक्ट को लागू करने में बड़ी भूमिका निभाई, जो नागरिकों को सरकारी सेवाओं की सुगम और समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए एक क्रांतिकारी कदम था।
  2. केंद्र सरकार में योगदान:
    • अनुराग जैन को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली बुला लिया। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में उन्हें रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई, जो इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट और देश के सड़कों और हाइवे नेटवर्क को सशक्त बनाने के लिए बेहद अहम है।
    • उन्होंने केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण गति शक्ति मास्टर प्लान में भी अहम योगदान दिया। यह योजना लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर के बेहतर तालमेल के लिए बनाई गई थी, जिससे देश की इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा मिले।
  3. अन्य प्रमुख पद:
    • वे इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (दिसंबर 2013 से जनवरी 2014 तक) भी रहे हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने भारत के आयात-निर्यात कारोबार को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत बदलाव और वित्तीय प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए।

अनुराग जैन का प्रशासनिक कौशल और वित्तीय प्रबंधन में अनुभव भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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