भोपाल। अपेक्स बैंक में अधिकारी के 104 पदों के लिए भर्ती में प्रक्रिया का पालन नहीं करने के आरोप में सहकारिता विभाग ने गुरुवार देर शाम प्रभारी प्रबंध संचालक प्रदीप नीखरा का हटा दिया। इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा संयुक्त पंजीयक बृजेश शुक्ला को सौंपा गया है। वे सभी पहलुओं का परीक्षण करने के बाद प्रतिवेदन सहकारिता आयुक्त को देंगे। वहीं, जब तक नई पदस्थापना नहीं होती है तब तक बैंक के प्रशासक नरेश पाल प्रभारी प्रबंध संचालक का कार्यभार भी संभालेंगे। नीखरा 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
सहकारिता आयुक्त नरेश पाल ने बताया कि जिन पदों के लिए भर्ती की जा रही थी उसकी प्रक्रिया तय थी। एक पद के लिए मुख्य परीक्षा में पांच गुना और साक्षात्कार के लिए तीन गुना उम्मीदवार होने चाहिए पर कुछ पदों के लिए यह नहीं किया गया। उप महाप्रबंधक के दो पद के लिए दो और सहायक महाप्रबंधक के तीन पदों के लिए तीन ही उम्मीदवार चुने गए।
प्रबंधक, उप व सहायक प्रबंधक और नोडल अधिकारी के पद के लिए प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा के लिए जो सूची तैयार हुई, उसमें भी तय संख्या से कम उम्मीदवार रखे गए। इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए सहकारिता मंत्री डॉ.अरविंद सिंह भदौरिया ने अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और आयुक्त सहकारिता नरेश पाल से परीक्षण कराकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
आयुक्त ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रक्रिया का पालन नहीं करने संबंधी गड़बड़ी सामने आई है। मुख्य परीक्षा के लिए जिस पद के लिए जितने उम्मीदवार होने चाहिए थे, वो नहीं थे। यह गड़बड़ी किस स्तर पर हुई, इसका परीक्षण करके जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसके लिए संयुक्त पंजीयक बृजेश शुक्ला को जिम्मा सौंपा है।