इंदौर। सर्दी के मौसम में हमें अत्याधिक ठंडी और खट्टी चीजों के सेवन से बचना चाहिए। अस्थमा और वे लोग जिन्हें सांस की बीमारी है उनके लिए ठंड का मौसम परेशानी लेकर आता है। जिन लोगों को अस्थमा है, उन्हें अपना विशेष ध्यान रखते हुए दवाएं नियमित लेना चाहिए। इन लोगों को चाहिए कि वे सीधे ठंड के संपर्क में आने से बचें और बहुत ज्यादा सुबह और देर रात घर से बाहर न निकलें।
यह बात श्वसन तंत्र विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र जैन ने नईदुनिया से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के परिवार में किसी को श्वसन तंत्र से जुड़ी अन्य बीमारियां हैं उन्हें भी इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतना चाहिए। इस मौसम में यह भी देखा जाता है कि लोग अतिरिक्त व्यायाम शुरू कर देते हैं। व्यायाम शरीर के लिए अच्छा होता है लेकिन जो लोग पहली बार व्यायाम कर रहे हैं वे पहले आसान व्यायाम करें। व्यायाम करने से पहले वार्मअप करना चाहिए।
इस मौसम में दमा और श्वसन तंत्र से जुड़े रोग जैसे लंबी सर्दी-खांसी बिगड़कर गंभीर रूप ले सकते हैं। जरूरी है कि हम सर्दी-जुकाम और खांसी को गंभीरता से लें और शुरुआती दौर में ही डाक्टरी सलाह से इनका इलाज करा लें। हमें चाहिए कि हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ करें। इसके लिए पौष्टिक भोजन लें। खाने में बहुत ज्यादा ठंडी और खट्टी चीजें जैस आइसक्रीम, कुल्फी, बाजार में बिकने वाले ठंडे पेय आदि से बचें। इनका सेवन न ही करें तो बेहतर होगा।
आहार में ड्रायफ्रूट, नींबू, पनीर, तिलगुड़ आदि को शामिल करें। ऐसे फल जिनमें विटामिन सी विटामिन ए ज्यादा होता है उनका सेवन करें। सुबह-सुबह कुछ देर के लिए धूप में बैठें। इससे शरीर को जरूरी विटामिन डी मिल सकेगा। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। इस मौसम में फल और सब्जियां आसानी से उपलब्ध होती हैं। इनका सेवन करें।