मुंबई: डायरेक्टर जनरल ऑफ GST इंटेलिजेंस (DGGI) ने बजाज फाइनेंस पर 341 करोड़ रुपये की कथित टैक्स चोरी का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किया है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि बजाज फाइनेंस ने सर्विस चार्ज को गलत तरीके से इंटरेस्ट चार्ज के रूप में दर्शाया है, जिससे टैक्स की चोरी की गई है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में बजाज फाइनेंस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। कंपनी ने इस मामले पर कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर टैक्स चोरी की जांच के परिणाम कंपनी के खिलाफ आते हैं, तो बजाज फाइनेंस को 850 करोड़ रुपये तक की टैक्स डिमांड का सामना करना पड़ सकता है। इसमें 341 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पर 100% पेनल्टी, 150 करोड़ रुपये का इंटरेस्ट, और भुगतान किए जाने तक हर दिन के हिसाब से 16 लाख रुपये का डेली इंटरेस्ट शामिल हो सकता है।
इस बीच, बजाज फाइनेंस के शेयर ने इस साल अब तक 9.59% का निगेटिव रिटर्न दिया है। वर्तमान में, बजाज फाइनेंस के शेयर 0.41% की तेजी के साथ 6,608 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, पिछले 1 महीने में शेयर ने 6.64%, 6 महीने में 0.83%, और पिछले एक साल में 7.39% का निगेटिव रिटर्न देखा है।
बजाज फाइनेंस, जो कि 3.54 लाख करोड़ रुपये के एसेट अंडर मैनेजमेंट के साथ देश की सबसे बड़ी कंज्यूमर फाइनेंस एनबीएफसी है, कंज्यूमर फाइनेंस, छोटे और मीडियम साइज के बिजनेस (SMEs), कॉमर्शियल लोडिंग और मनी मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करती है।