शिवपुरी। शिवपुरी के एक गांव में कोरोना को भगाने के लिए एक बाबा के कहने पर टोटका और भंडारा कराया जा रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब इस आयोजन को रोका ग्रामीणों ने पुलिस पार्टी पर पत्थरों से हमला कर दिया। घटना में थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने पांच लोगों पर नामजद और 70 अन्य लोगों को केस दर्ज कर लिया है। बताया गया है कि मामला आयोजन करा रहे गेबू बाबा के सिर फूटने के कारण बिगड़ा था।
अमोला थाना क्षेत्र के राजगढ़ गांव में रविवार को ग्रामीण गेबू बाबा के कहने पर टोटका और भंडारा करा रहे थे। बड़ी संख्या में भीड़ जुटने की सूचना पर पुलिस दोपहर करीब ढाई बजे गांव पहुंची। ग्रामीण पानी से भरा मटका लेकर मेड़ बंधान कर रहे थे। इसके पूरा होने पर भंडारा शुरू होना था। पुलिस जब भंडारे को रोकने लगी तो उसका ग्रामीणों से टकराव हो गया। इसी दौरान टोटका करा रहे बाबा गेबू का सिर फूट गया।
बाबा की चीख सुनकर आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। सरपंच बालकिशन पाल ने बताया कि कोरोना से हो रही मौतों को रोकने ग्रामीणों ने मेड़ बंधान का टोटका किया था। इसके बाद कन्या भोज और भंडारा होना था और इस बीच पुलिस आ गई। पुलिस ने राजेश बघेल, जगभान बघेल सहित कुछ ग्रामीणों के साथ बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठी चलाई। भंडारा स्थल पर भगदड़ मच गई।