भोपाल. राजधानी भोपाल में लॉकडाउन के दौरान नाबालिग लड़कों का अंडरवियर में जुलूस और उठक बैठक लगवाने वाले एएसआई (ASI) को लाइन अटैच कर दिया गया है. उनके कपड़े छुपाने वाले दो गोताखोरों पर भी कार्रवाई की गई है. इस मामले की जांच एक आईपीएस अफसर कर रहे हैं. राज्य बाल संरक्षण आयोग ने भी इस पर एतराज जताया है.
भोपाल के बड़े तालाब में लॉकडाउन के दौरान कुछ नाबालिग लड़के नहा रेह थे. डायल 100 की नजर उन पर पड़ी तो उसमें तैनात एएसआई ने उन लड़कों की अंडर वियर में ही परेड करवा दी. मामला नजर में आया तो उस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. गृहमंत्री से लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग तक हरकत में आ गया.
डीआईजी इरशाद वली ने खबर के बाद एसपी नार्थ विजय खत्री से उस पुलिसकर्मी की पहचान करने के लिए कहा जिसने लड़कों का जुलूस निकाला था. इसके बाद डीआईजी ने तत्काल कार्रवाई की.संडे लॉकडाउन के दौरान वीआईपी रोड स्थित बड़े तालाब में ये नाबालिग लड़के नहाने के लिए गए थे. इस दौरान गोताखोरों ने पुलिस की मदद से अंडर गारमेंट्स पहने उनका जुलूस निकाला और उनसे 25-25 उठक बैठक भी लगवाईं.
एक ASI, दो गोताखोरों पर हुई कार्रवाई
पुलिसकर्मी की पहचान होते ही डीआईजी ने डायल 100 पर तैनात तलैया थाने के एएसआई सुखबीर यादव को लाइन अटैच कर दिया. उस वक्त अकेले सुखबीर यादव तैनात थे. डीआईजी इरशाद वली ने कहा आईपीएस अफसर एसपी विजय खत्री पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. नगर निगम के 2 गोताखोरो पर भी कारवाई की गई है, एसपी इन दोनो गोताखोरों की लापरवाही और उन पर कार्रवाई की अनुशंसा के लिए नगर निगम कमिश्नर को रिपोर्ट भेज रहे हैं.