भोपाल। मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन के लिए मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण साबित हुआ। मेट्रो प्रबंधन के उच्च अधिकारियों के लिए जिस क्षण का इंतजार लंबा था, वह सफलता के साथ पूरा हुआ। दरअसल, रानी कमलापति स्टेशन से लेकर एम्स स्टेशन तक 8 किमी लंबी मेट्रो का पहला ट्रायल रन हुआ। इस दौरान तीन किमी का सफर मात्र 12 मिनट में पूरा किया गया।
मेट्रो की रफ्तार
ट्रायल रन के दौरान मेट्रो 10 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली। हालांकि, इससे पहले 3 अक्टूबर 2023 को सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर पहला ट्रायल रन हो चुका था। लेकिन स्टील ब्रिज और अन्य अधूरे कार्यों के कारण मेट्रो एम्स तक नहीं पहुंच पाई थी।
जुलाई में मेट्रो का संचालन शुरू होने की संभावना
सुभाष नगर डिपो से एम्स तक मेट्रो का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा होना इस बात का संकेत है कि जुलाई में प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो का संचालन शुरू किया जा सकता है। मेट्रो के प्रबंध संचालक एस. कृष्ण चैतन्य ने ट्रायल रन के लिए संबंधित अधिकारियों और टीम को बधाई दी और पैसेंजर संचालन के लिए शेष कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
आगे का रास्ता
एम्स तक मेट्रो का सफर अभी छह महीने की देरी से पूरा हुआ है, हालांकि अब सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के 8 किमी रूट पर काम शुरू हो चुका है। इस रूट के पूरा होने के बाद करोंद से एम्स तक लगभग 16 किमी का रूट मेट्रो द्वारा कवर किया जाएगा। हालांकि, आरेंज लाइन का काम सितंबर 2024 तक पूरा होना चाहिए था, लेकिन प्रोजेक्ट में हुई देरी के कारण एम्स तक पहुंचने में छह महीने का अतिरिक्त समय लगा।
मेट्रो ट्रेन की गति
मेट्रो ट्रेन रानी कमलापति से रेलवे ओवर ब्रिज, डीआरएम ऑफिस और अलकापुरी स्टेशन होते हुए एम्स स्टेशन तक पहुंची। इस दौरान मेट्रो की गति 10 से 20 किमी प्रति घंटे रही, जिसे विभिन्न स्तरों की टेस्टिंग और मानकों के आधार पर बढ़ाया जाएगा। मेट्रो के एक कोच की लंबाई लगभग 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर है, जिसमें तीन कोच हैं। इसकी डिज़ाइन स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है, लेकिन कम दूरी पर स्थित स्टेशनों के कारण मेट्रो की रफ्तार लगभग 80 किमी प्रति घंटा रहेगी।
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