भोपाल। अब भोपाल में भी अक्टूबर-नवंबर से टाइगर सफारी शुरू हो जाएगी। इस सफारी में पर्यटकों को आसानी से बाघ दिखाई देंगे। सफारी के लिए ट्रैक बनाने का काम 80 प्रतिशत पूरा हो गया है। ईको टूरिज्म बोर्ड ने रातापानी सेंचुरी के बर्रूसोत और देलाबाड़ी की तर्ज पर झिरी में पर्यटन स्थल विकसित किया है। इसी के तहत करीब 35 किमी का ट्रैक तैयार किया गया है।
इस नए पर्यटन स्थल को झिरी सफारी का नाम दिया गया। यहां से कैरी महादेव को आपस में जोड़ा गया। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए झिरी से महादेव पानी तक रैलिंग भी लगाई जा रही है। जंगल में वन्य प्राणियों को आकर्षित करने के लिए ग्रासलैंड और पानी के सॉसर बनाए गए हैं।
बता दें कि भोपाल फारेस्ट सर्किल में तेजी से बाघों की संख्या बढ़ रही है। वॉच टॉवर और टिकट घर भी तैयार किया जा रहा पर्यटकों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस और किचन आदि भी तैयार किए जा रहे हैं। वन्य प्राणियों और शिकारियों पर नजर रखने के लिए वॉच टॉवर और टिकट घर भी तैयार किया जा रहा है। गेस्टहाउस, किचन और कैंप का संचालन बोर्ड के निर्देश पर वन समितियां करेंगी।
रातापानी सेंचुरी से जुड़े झिरी के जंगल में टाइगर सफारी का काम पूरा हो गया है। जैसे ही सभी टाइगर रिजर्व खुलेंगे। यहां पर भी सफारी शुरू हो जाएगी। इसके लिए वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने अनुमति दे दी है।