Bhopal News: भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश में सोमवार 16 जून से सभी सरकारी स्कूल खोल दिए गए हैं। करीब डेढ़ महीने की छुट्टियों के बाद बच्चे स्कूल लौटे लेकिन गर्मी की मार ने पैरंट्स और बच्चों की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी भोपाल में सुबह से ही तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया जिससे बच्चे बेहाल नजर आए। जिला शिक्षा अधिकारी एनके अहिरवार ने साफ किया कि सरकार की ओर से स्कूल बंद करने का कोई आदेश नहीं है इसलिए सभी सरकारी स्कूल यथावत खुले रहेंगे।
जहां एक ओर सरकारी स्कूल खुले वहीं कुछ निजी स्कूलों ने गर्मी को देखते हुए छुट्टियां 23 जून तक बढ़ा दी हैं। स्कूलों ने पैरंट्स को मैसेज भेजकर सूचित किया है कि फिलहाल कक्षा 9वीं से 12वीं तक की ही पढ़ाई शुरू होगी। बाकी कक्षाओं की पढ़ाई 23 जून से शुरू की जाएगी। इससे बच्चों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। हालांकि स्कूल प्रबंधन ने यह भी कहा है कि निर्णय पूरी तरह उनके विवेक पर आधारित है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. विनोद शर्मा ने कलेक्टर को एक पत्र लिखकर यह मांग की है कि नया सत्र 1 जुलाई से शुरू किया जाए ताकि बच्चों को इस झुलसाती गर्मी से बचाया जा सके। उनका कहना है कि जब दिनभर लू चल रही हो और तापमान 44 डिग्री तक जा रहा हो, तब स्कूल खोलना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। हालांकि इस मांग पर प्रशासन की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
शासन की गाइडलाइन के अनुसार सरकारी स्कूलों में सत्र आरंभ से पहले सफाई, बैठने की व्यवस्था, पानी की सुविधा आदि पूरी कर ली गई थी। लेकिन पहले ही दिन भीषण गर्मी ने बच्चों और शिक्षकों दोनों का उत्साह कम कर दिया। कई स्कूलों में कूलर और पंखे न होने की शिकायतें भी सामने आईं जिससे पढ़ाई का माहौल बिगड़ा।
अब सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इस फैसले पर दोबारा विचार करेगी। जब निजी स्कूल अपने स्तर पर छुट्टियां बढ़ा सकते हैं तो क्या सरकारी स्कूलों के लिए भी ऐसे निर्णय नहीं लिए जा सकते? इस मुद्दे पर पैरंट्स सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि बच्चों को लू से बचाने के लिए स्कूल खोलने का निर्णय टालना चाहिए।