भोपाल: भोपाल शहर अब सात नई तहसीलों में विभाजित होने जा रहा है, जिसमें गोविंदपुरा सर्किल को तोड़कर चार नई तहसीलें बनाई जाएंगी। इस नए प्रशासनिक ढांचे का उद्देश्य तेजी से बढ़ती आबादी और शहरीकरण के कारण प्रशासनिक कामकाज को बेहतर और सुचारू बनाना है। इस बदलाव के साथ भोपाल की अलग-अलग तहसीलों में नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और राजस्व मामलों की पेंडेंसी कम होगी।
नई तहसीलें
प्रस्ताव के अनुसार, MP नगर, TT नगर, संत हिरदाराम नगर, और भोपाल शहर नाम से चार नई तहसीलें बनाई जाएंगी। इनमें से MP नगर और TT नगर में हुजूर तहसील के कई गांवों को शामिल किया जाएगा, जबकि संत हिरदाराम नगर तहसील का मुख्यालय बेहटा में होगा। इन तहसीलों का गठन भोपाल की 60% से अधिक आबादी को कवर करेगा।
गोविंदपुरा का विभाजन
गोविंदपुरा सर्किल के अधिकतर हिस्से को विभाजित कर MP नगर सर्किल में मर्ज किया जाएगा। इसके अलावा, बागसेवनिया, मिसरोद और कटारा हिल्स जैसे क्षेत्रों को कोलार तहसील से हटाकर MP नगर में जोड़ा जाएगा। इससे प्रशासनिक कामकाज में तेजी आने और क्षेत्रीय विवादों को हल करने की उम्मीद है।
6 अक्टूबर को चर्चा
भोपाल के संभागायुक्त संजय सिंह की अध्यक्षता में 6 अक्टूबर को इस प्रस्ताव पर चर्चा की गई, जिसमें इस विभाजन के फायदे और प्रशासनिक सुविधाओं पर विचार किया गया। इस प्रस्ताव को राज्य शासन के पास भेजने की तैयारी है, जिससे जल्द ही भोपाल का प्रशासनिक ढांचा और मजबूत हो सकेगा।
महत्वपूर्ण बदलाव
- MP नगर तहसील में 29 गांवों को शामिल किया जाएगा, जिनमें बिलखिरिया और खजूरीखुद के क्षेत्र प्रमुख होंगे।
- TT नगर तहसील में रातीबड़ और मुगलिया छाप जैसे इलाके जोड़े जाएंगे।
- संत हिरदाराम नगर तहसील का विस्तार करते हुए फंदाकलां और पलासी क्षेत्र को भी इसमें शामिल किया गया है।
इस बदलाव से भोपाल के प्रशासनिक कार्यों में तेजी आने और नागरिकों के लिए सरकारी सेवाओं को अधिक सुलभ बनाने की उम्मीद है।