नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मार्च के अंत तक महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी मिल सकती है, जिससे यह कहा जा सकता है कि उनके वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। केंद्र पिछले दो महीने के बढ़े हुए डीए बढ़ोतरी और बकाया का पैसा मार्च वेतन के साथ ट्रांसफर कर सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार DA को 3 फीसदी तक बढ़ा सकती है। फिलहाल डीए 31 फीसदी है, जिसे अब बढ़ाकर 34 फीसदी किया जाएगा। इसके जाने से कर्मचारियों को 73,440 रुपये से लेकर 2,32,152 रुपये तक का लाभ मिलेगा। डीए में बढ़ोतरी का ऐलान मार्च के अंत तक किया जा सकता है।
महंगाई भत्ता या डीए सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों के साथ-साथ एक पेंशनभोगी को मुद्रास्फीति के प्रभाव को ऑफसेट करने के लिए भुगतान किया जाता है। सरकारी कर्मचारियों के प्रभावी वेतन में लगातार वृद्धि की आवश्यकता होती है ताकि उन्हें बढ़ती कीमतों से निपटने में मदद मिल सके। चूंकि मुद्रास्फीति का प्रभाव कर्मचारी के स्थान के अनुसार बदलता रहता है, उसी के अनुसार डीए की गणना की जाती है। इस प्रकार, यह शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण क्षेत्र में उनकी उपस्थिति के आधार पर कर्मचारी से कर्मचारी में भिन्न होता है।
अभी तक केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 31 प्रतिशत डीए दिया जाता है। पिछली बढ़ोतरी जुलाई और अक्टूबर 2021 में दी गई थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अक्टूबर में 47.14 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को लाभान्वित करने के लिए डीए और महंगाई राहत को 3 प्रतिशत बढ़ाकर 31 प्रतिशत कर दिया था। केंद्र सरकार डीए में 3 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है, जिससे सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 20,000 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। डीए में बढ़ोतरी का ऐलान मार्च के अंत तक किया जा सकता है।
न्यूनतम मूल वेतन पर डीए की गणना
मूल वेतन-18,000
पहले डीए – 5,580 रुपये प्रति माह 31 प्रतिशत पर
अब डीए – 34% 6,120 रुपये प्रति माह पर
मासिक वृद्धि – 6,120 – 5,580 = 540
एक साल में वेतन वृद्धि – 540×12 = 6,480 रुपये
एक साल का टोटल डीए – 73,440 रुपये
उच्चतम मूल वेतन पर डीए की गणना
मूल वेतन – 56,900
पहले डीए – 31 प्रतिशत 17,639 रुपये प्रति माह
अब डीए – 34% 19,346 रुपये प्रति माह पर
मासिक वृद्धि -19346-17639 = रु.1707 प्रति माह
एक साल में वेतन वृद्धि – 1707 x 12 = 20,484 रुपये प्रति माह
एक वर्ष के लिए कुल डीए – 19346 X 12 = 2,32,152 रुपये