भोपाल। प्रदेश के साढ़े सात लाख अधिकारियों-कर्मचारियों को शिवराज सरकार ने दीपावली उपहार दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्टूबर का वेतन दीपावली के पहले देने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट किया कि दीपावली का पावन पर्व आ रहा है। हमारे सभी कर्मचरी साथ परिवार सहित दीपावली हर्षोल्लास से मनाएं, इसलिए अक्टूबर का वेतन दीपावली के पहले देने का आदेश जारी कर रहे हैं। प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठनों ने राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के माध्यम से सरकार से यह मांग की थी।
प्रदेश में प्रतिमाह कर्मचारियों के वेतन पर तीन हजार करोड़ रुपये व्यय होते हैं। विभागों द्वारा ट्रेजरी में बिल लगाए जाते हैं और प्रतिमाह एक तारीख को वेतन सीधे खातों में अंतरित हो जाता है। दीपावली 24 अक्टूबर को है, इसलिए कर्मचारी संगठनों ने वेतन समयपूर्व देने की मांग की थी। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने मुख्यमंत्री को नोटशीट लिखकर कर्मचारियों की इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री ने त्योहार को देखते हुए गुरुवार को अक्टूबर का वेतन नवंबर की जगह अक्टूबर में ही देने का निर्णय लिया है। वित्त विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आयुक्त कोष एवं लेखा द्वारा इस संबंध में सभी कोषालयों को आदेश जारी किए जाएंगे और 24 अक्टूबर के पूर्व कर्मचारियों के खातों में वेतन अंतरित हो जाएगा।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पेंशनर को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है कि उन्हें पेंशन का समयपूर्व भुगतान होगा या नहीं। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश प्राप्त होने पर आदेश जारी किए जाएंगे। प्रदेश में साढ़े चार लाख पेंशनर हैं।
सूत्रों का कहना है कि अभी केंद्रीय कर्मचारियों के समान चार प्रतिशत महंगाई भत्ते में वृद्धि को लेकर निर्णय नहीं हुआ है। केंद्रीय कर्मचारियों को 38 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है, जबकि प्रदेश के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रतिमाह 34 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।