भोपाल। श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में खोले गए श्रमोदय आवासीय विद्यालयों का संचालन अब स्कूल शिक्षा विभाग करेगा। विभाग एक शाखा खोलेगा और बच्चों की पढ़ाई में शिक्षा विशेषज्ञों की मदद भी लेगा।
यह निर्देश बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए। वे श्रमोदय विद्यालयों के संचालन की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे खुद इन विद्यालयों में जाकर बच्चों से संवाद करेंगे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षक प्रशिक्षण और नई शिक्षा नीति के अनुरूप गतिविधियों के संचालन में स्कूल शिक्षा विभाग की विशेषज्ञता है। उन्होंने कहा कि इसका फायदा श्रमोदय विद्यालयों के बच्चों को भी मिलना चाहिए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इन विद्यालयों में सीएम राइज स्कूल से बेहतर सुविधाएं दी जाएं और व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें, ताकि श्रमिकों के बच्चों अधिक संख्या में इन विद्यालयों में पढ़ सकें। यहां से पढ़ाई पूरी कर निकलने वाले विद्यार्थियों को आगे के अध्ययन के लिए भी मार्गदर्शन दिया जाए।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के बच्चों के लिए हो रही यह पहल देश में मिसाल बनना चाहिए। बैठक में बताया गया कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं ग्वालियर में श्रमोदय आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें छठवीं से 12वीं तक पढ़ाई की व्यवस्था है। 1120 विद्यार्थियों की क्षमता वाले इन विद्यालयों में विद्यार्थियों को निशुल्क उत्कृष्ट शिक्षा के साथ भोजन, पठन-पाठन सामग्री, गणवेश, खेलकूद सुविधाएं उपलब्ध हैं। जेईई, नीट आदि परीक्षाओं में भी यहां के विद्यार्थियों का चयन हुआ है।