भोपाल। लंबे समय से टाले जे रहे पंचायत चुनावों की चर्चा तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 6 दिसंबर के बाद कभी भी पंचायत चुनावों की तारीखों की घोषणा की जा सकती है। बता दें कि प्रदेश में आगामी पंचायत चुनाव तीन चरणों में आयोजित कराए जाएंगे। सरपंच और पंचों को ऑनलाइन नामांकन नहीं बल्कि निर्वाचन कार्यालय में जाकर ही फॉर्म भरकर जमा कराने होंगे। लेकिन जिला पंचायत के लिए ऑनलाइन नामांकन किया जाएगा। वहीं जिला और जनपद में ईवीएम से वोटिंग होगी और ग्राम स्तर पर मतपत्र के जरिए वोटिंग कराई जाएगी। मध्य प्रदेश में अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का शंखनाद हो सकता है।
पंचायत चुनाव सेे पहले बड़ी प्रशासनिक सर्जरी के संकेत मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जल्द ही कई जिलों के कलेक्टर और एसपी इधर से उधर हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि एक दर्जन से ज्यादा जिलों के कलेक्टर बदले जा सकते है। उधर राज्य निर्वाचन आयोग ने 6 दिसंबर तक तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैं। दिसंबर के दूसरे हफ्ते में चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है।
प्रदेश में एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। जिसके चलते पंचायत चुनाव पर भी हो सकता है इसका असर देखने को मिले। अगर स्थिति ठीक रही तो हो सकता है सरकार द्वारा दिसंबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएं। अगर केस बढ़ते हैं तो हो सकता है पिछले बार की तरह इस बार भी इसे टाला जाएं।
बता दें कि प्रदेश में पंचायत चुनाव लंबे समय से टाले जा रहे हैं। प्रदेश में पंचायत चुनावों की तारीखों की घोषणा का अनुमान लगाया जा रहा है। बता दें कि प्रदेश में पंचायत चुनाव लंबे समय से टल रहे हैं। बीते समय पंचायत चुनाव कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण टाल दिए गए थे। इसके बाद प्रदेश में उपचुनावों की खूब धूम रही। अब इन चुनावों के बाद पंचायत चुनावों की सुगबुगाहट देखने को मिल रही है।