राजस्थान। राजभवन में गहलोत सरकार में 15 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इनमें 11 कैबिनेट और चार राज्य मंत्री है। कैबिनेट मंत्री के रूप में हेमाराम चौधरी, रामलाल जाट, महेंद्रजीत मालवीय, विश्वेंद्र सिंह, महेश जोशी, रमेश मीणा, भजनलाल जाटव, ममता भूपेश, टीकाराम जूली, शकुंतला रावत और गोविंद राम मेघवाल ने शपथ ली। इनके अलावा विधायक जाहिदा खान, राजेंद्र गुढ़ा, मुरारीलाल मीणा और बृजेंद्र ओला ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। राजस्थान में कैबिनेट फेरबदल को लेकर चली आ रही सचिन पायलट की नाराजगी दूर हो गई है। रविवार शाम होने वाले अशोक गहलोत कैबिनेट फेरबदल से पहले सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले के प्रति संतोष जताया और आगामी चुनावों में फिर से पार्टी की सरकार बनाने के लिए मिलकर प्रयास करने की बात कही
सचिन पायलट ने कहा, पार्टी और नेतृत्व द्वारा उठाया गया कदम पूरे राज्य में सकारात्मक संदेश दे रहा है। हमने इस मुद्दे को बार-बार उठाया था। मुझे खुशी है कि पार्टी, आलाकमान और राज्य सरकार ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने कहा, नई कैबिनेट में 4 दलित मंत्री शामिल होना यह एक संदेश है कि AICC, राज्य सरकार और पार्टी दलितों, पिछड़े और गरीबों के लिए प्रतिनिधित्व चाहती है। लंबे समय से हमारी सरकार में दलित प्रतिनिधित्व नहीं था, अब इसकी भरपाई हो गई है और उन्हें अच्छी संख्या में शामिल किया गया है।
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। हमारा एक ही गुट है और वो है – सोनिया, राहुल और प्रियंका का गुट। हम सब उसी के सदस्य हैं। सभी मिलकर 2023 के चुनावों में कांग्रेस को हराएंगे।