भोपाल। मध्य प्रदेश में जनपद पंचायत के बाद जिला पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव शुक्रवार हुए। ज्यादातर जगहों पर निर्विरोध ही अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ।अब तक बीजेपी 24 जिलों में अपने समर्थकों के अध्यक्ष बनने का दावा किया है। वहीं, कांग्रेस ने भी 7 जगह अपने समर्थकों के जीत का बात कही है।
भोपाल में कांग्रेस ने भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर प्रशासन की मदद से अपने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तो यह भी कह दिया कि प्रशासन ही शिवराज के कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहा है। विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि शासकीय गाड़ी में जिला पंचायत सदस्य को लाया गया। उनके साथ विधायक और एक मंत्री था। उन्हें अंदर जाने से नहीं रोका गया। अंदर सिर्फ सदस्य ही जा सकते है। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सदस्यों को अंदर जाने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रोका। यहां सीधे-सीधे गुंडागर्दी की जा रही है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस के चार सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगाया। प्रशासन पर लगातार चुनाव के समय में परिवर्तन करने का भी आरोप लगाया। इसकी सूचना के बाद बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया। उज्जैन में पुलिस की कांग्रेस और बीजपी कर्यकर्ताओं से झड़प हो गई। यहीं स्थिति आगर मालवा में बनी। जहां पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। भारी पुलिस बल के बीच चुनाव प्रक्रिया कराई गई है।
कांग्रेस ने किया 9 जगह जीतने का दावा
कांग्रेस ने राजगढ़, सिंगरौली, झाबुआ, देवास, डिंडौरी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, दमोज में अपनी पार्टी के समर्थक के अध्यक्ष का पद जीतने का दावा किया है। कांग्रेस ने रतलाम में भी कांग्रेस प्रत्याशी के जीतने का दावा किया था, लेकिन बाद में तीन वोट रद्द कर दिए गए। जिसके बाद कांग्रेस अपील में चली गई।
बीजेपी ने 37 जगह जीत दर्ज की
वहीं, बीजेपी ने कटनी, मंदसौर, दतिया, मुरैना, नरसिंहपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियर, गुना, भिंड, शिवपुरी, बुरहानपुर, शाजापुर, मंडला, रायसेन, सीहोर, पन्ना, टीकमगढ़, रीवा, बड़वानी, निवाड़ी, विदिशा, सतना, उज्जैन, आगर, बैतूल, अशोकनगर, धार, खरगोन, उमरिया, खंडवा, इंदौर, नीमच, सिवनी, श्योपुर, छतरपुर और हरदा में अपनी पार्टी के समर्थक के जीतने का दावा किया है।
वही भाजपा ने दावा किया है कि अब तक 15 जिलों के नतीजे सामने आए हैं। इनमें से 14 में बीजेपी के जिला पंचायत अध्यक्ष बने हैं। छिंदवाड़ा में कांग्रेस का अध्यक्ष बना है। बीजेपी के अध्यक्ष मंदसौर, कटनी, दतिया, मुरैना, नरसिंहपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियर, गुना, भिंड, शिवपुरी और बुरहानपुर में बने हैं। पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते हैं। कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने समर्थकों को अध्यक्ष पद पर बिठाना चाहती है। इसके लिए सदस्यों को हर तरीके से अपनी तरफ करने में दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारी लगे हुए हैं। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों को पुलिस अगवा कर रही है। मध्य प्रदेश चुनाव आयोग क्यों अपनी आंखें बंद करे हुए है? श्योपुर, सीहोर अन्य जिलों के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।