मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में 27 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की नजर उन नौ सीटों पर है जो एससी कोटे की हैं। अनुसूचित जाति वर्ग बहुल वाली इन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस ने फोकस बढ़ा दिया है। 2018 के चुनाव में ये सीटें भाजपा के लिए हानिकारक साबित हुई थीं, लेकिन इस बार पार्टी 27 सीटों में इन 9 सीटों पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही है। एक दिन पहले हुई भाजपा की बड़ी बैठक में भी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने उन सीटों पर फोकस बढ़ाने को कहा है जिस पर 2018 के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था।
बीजेपी नेता लाल सिंह आर्य के मुताबिक पिछले चुनाव में जिन अनुसूचित जाति वाली सीटों पर मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की नजर उन नौ सीटों पर है जो एससी कोटे की हैं। अनुसूचित जाति वर्ग बहुल वाली इन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस ने फोकस बढ़ा दिया है। 2018 के चुनाव में ये सीटें भाजपा के लिए हानिकारक साबित हुई थीं, लेकिन इस बार पार्टी 27 सीटों में इन 9 सीटों पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही है।
एक दिन पहले हुई भाजपा की बड़ी बैठक में भी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने उन सीटों पर फोकस बढ़ाने को कहा है जिस पर 2018 के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी नेता लाल सिंह आर्य के मुताबिक पिछले चुनाव में जिन अनुसूचित जाति वाली सीटों पर कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि उपचुनाव आते ही बीजेपी को दलित वोटों की चिंता सताने लगी है, लेकिन प्रदेश की सत्ता में भाजपा की वापसी के साथ ही दलित अत्याचार तेजी के साथ बड़े हैं और अब किसी भी सरकारी सेवा के जरिए दलित वोटों को रिझाया नहीं जा सकता है।