भोपाल। कोरोना से उपजे हालात के बीच 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संभावित हैं। ऐसे हालात में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मजबूत मौजूदगी राजनीतिक दलों के लिए मददगार होगी। अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य भाजपा
नेताओं की किलेबंदी पहले से मजबूत है।
उधर, कांग्रेस में कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी ही सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, लेकिन इनके फॉलोअर बहुत कम हैं। सत्ता का भविष्य तय करने वाले इन उपचुनाव में पारंपरिक तरीकों की जगह वर्चुअल कैंपेन होंगे। इन परिस्थितियों में राजनीतिक दलों की तैयारियों का आकलन करें तो भाजपा मजबूत, जबकि कांग्रेस कमजोर दिखती है।
वहीं बसपा व अन्य अभी दल तैयारियों से दूर हैं। भाजपा ने वर्चुअल रैलियों का देशभर में आगाज किया, जिसके तहत कुछ रैलियां मप्र में हो चुकी हैं, जबकि कांग्रेस में राहुल गांधी ही सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते देखे जा रहे हैं। वर्चुअल कैंपेन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भूमिका अहम रहने वाली है।
देखें कौन-कितना मजबूत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ट्विटर पर 65 लाख, फेसबुक पर 44 लाख, इंस्टाग्राम पर 11 लाख और यू-ट्यूब पर 4250 फॉलोअर्स हैं, शिवराज का एप भी एक लाख से ज्यादा लोगों द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है। ट्विटर पर 30 लाख फॉलोअर्स के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरे स्थान पर हैं, फेसबुक पर उनके 4.73 लाख फॉलोअर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के ट्विटर पर 8.60 लाख, फेसबुक पर 3.54 लाख, इंस्टाग्राम पर 1.75 लाख फॉलोअर्स हैं। इसी तरह ट्विटर पर दिग्विजय सिंह के 9.76 लाख, जीतू पटवारी के 6.51 लाख, अरुण यादव के 3.91 लाख, विवेक तन्खा के 2.66 लाख और शोभा ओझा के 53 हजार फॉलोअर्स हैं।