नई दिल्ली। दिल्ली में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। 19 फरवरी को शाम 7 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।
इससे पहले मंगलवार शाम भाजपा नेता विनोद तावड़े, तरुण चुघ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना से मुलाकात की। इसके बाद से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी जोरों पर
भाजपा नेताओं के अनुसार, वे उपराज्यपाल से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों की जानकारी देने पहुंचे थे। पहले यह कार्यक्रम 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे प्रस्तावित था, लेकिन अब यह सुबह 11 बजे आयोजित होगा।
विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे, जो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और संभावित मंत्रियों के नाम केंद्र नेतृत्व को भेजेंगे। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं की घोषणा शपथ ग्रहण के बाद की जा सकती है।
शपथ ग्रहण को भव्य बनाने की तैयारी
भाजपा, केंद्र और प्रदेश स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक और भव्य बनाने की तैयारी में जुटी है। आयोजन स्थल रामलीला मैदान पर तैयारियां तेज हो गई हैं।
आयोजन स्थल पर टेंट, सोफे, एलईडी स्क्रीन और मेहमानों के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं।
रामलीला मैदान की चारदीवारी को नया रंग-रोगन किया गया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आयोजन स्थल का निरीक्षण भी किया।
विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ समेत 50 से अधिक वीआईपी शामिल होंगे।
एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री एक मंच पर बैठेंगे।
दूसरे मंच पर नवनिर्वाचित भाजपा विधायक रहेंगे।
तीसरे मंच पर धर्मगुरु, फिल्मी सितारे और विशिष्ट अतिथि मौजूद होंगे।
रंगारंग कार्यक्रम और विशेष आमंत्रित लोग
समारोह में कैलाश खेर की प्रस्तुति संभावित है।
केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी बुलाया गया है, जिनमें लाड़ली बहन योजना की महिलाएं शामिल हैं।
अक्षय कुमार, मुंबई के उद्योगपति, किसान और लगभग 30,000 लोग समारोह में शामिल होंगे।
बाबा धीरेंद्र शास्त्री सहित अन्य धर्मगुरुओं को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
भाजपा इस शपथ ग्रहण समारोह के जरिए अपनी राजनीतिक ताकत और जन समर्थन को प्रदर्शित करने की तैयारी में है।