दतिया। पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के समर्थक और भाजपा नगर महामंत्री जितेंद्र मेवाफरोश ने हाल ही में अपने घर पर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक जितेंद्र मेवाफरोश सहारा इंडिया के एजेंट थे और लंबे समय से सहारा के उपभोक्ताओं को उनकी जमा राशि का भुगतान नहीं हो रहा था, जिससे वह मानसिक तनाव में थे। उनके भतीजे निहाल ने बताया कि लोग पैसे वापस मांगने के लिए लगातार चाचा को फोन करते थे और कई बार घर पर आकर धमकी देते थे। यह सब कुछ बहुत तनावपूर्ण था। निहाल के अनुसार जितेंद्र को सहारा इंडिया के ग्राहकों से लगातार दबाव का सामना करना पड़ रहा था, जो उनकी जमा राशि के लिए उन्हें परेशान कर रहे थे।
मृतक की बेटियों, गिन्नी और शिवानी ने बताया कि हाल ही में वार्ड क्रमांक 5 के भाजपा पार्षद रिंकू दुबे और अंकित श्रीवास्तव उनसे पैसे की मांग कर रहे थे। गिन्नी ने कहा कि वे कह रहे थे कि अगर हमें पैसे नहीं दिए गए, तो हमें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। हमें अपने मकान को उनके नाम करने का दबाव बनाया जा रहा था। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी रिंकू और अंकित पर पैसे के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
इस घटना ने दतिया में भाजपा की छवि पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय निवासी और राजनीतिक विश्लेषक अनिल जैन ने कहा कि यह घटना न केवल एक व्यक्ति की निजी समस्या है, बल्कि यह राजनीतिक दबाव और वित्तीय संकट के बीच का एक बड़ा मुद्दा भी है। हमें इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। पुलिस ने अब इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और सभी एंगल की जांच की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।