शाहपुर। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर में मंदिर परिसर की जमीन में अतिक्रमण हटाने को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया। इस घटना में जमकर पत्थरबाजी भी हुई। इस मामले में पांच से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। साथ ही उपद्रवियों ने पराली से बनी हुई झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने देवरा गांव में शांति व्यवस्था कायम करने की लिए धारा 163 लागू की गई है। पुलिस ने दोनों पक्षों से करीब 30 लोगों पर मामला दर्ज किया है। धरने पर बैठे मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को रीवा के पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन में रखा गया है। पुलिस का कहना है उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर रखा गया है।
मामला मऊगंज जिले के खटखटी पुलिस चौकी का है। यहां के देवरा गांव स्थित महादेवन मंदिर परिसर से लगी हुई बाउंड्री को लेकर मंगलवार को हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद हो गया। विधायक प्रदीप पटेल की मौजूदगी में विधायक समर्थकों ने जेसीबी लगाकर विवादित बाउंड्री को गिरा दिया। इसके बाद तनाव जैसी स्थिति बन गई। इसके बाद जमकर पत्थरबाजी शुरू हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन ने मोर्चा संभाला। लेकिन तब तक हालत बिगड़ चुके थे। विधायक के समर्थक प्रशासन और पुलिस से भी धक्कामुक्की करने लगे। एसपी रसना ठाकुर ने विधायक को रोकने का पूरा प्रयास किया लेकिन विधायक नहीं माने। जिसके बाद प्रशासन ने भाजपा विधायक प्रदीप पटेल को गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया है। विधायक को पुलिस के सामुदायिक भवन रीवा में रखा गया है।
मामला मऊगंज जिले के खटखटी पुलिस चौकी का है। यहां के देवरा गांव स्थित महादेवन मंदिर परिसर से लगी हुई बाउंड्री को लेकर मंगलवार को हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद हो गया। विधायक प्रदीप पटेल की मौजूदगी में विधायक समर्थकों ने जेसीबी लगाकर विवादित बाउंड्री को गिरा दिया। इसके बाद तनाव जैसी स्थिति बन गई। इसके बाद जमकर पत्थरबाजी शुरू हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन ने मोर्चा संभाला। लेकिन तब तक हालत बिगड़ चुके थे। विधायक के समर्थक प्रशासन और पुलिस से भी धक्कामुक्की करने लगे। एसपी रसना ठाकुर ने विधायक को रोकने का पूरा प्रयास किया लेकिन विधायक नहीं माने। जिसके बाद प्रशासन ने भाजपा विधायक प्रदीप पटेल को गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया है। विधायक को पुलिस के सामुदायिक भवन रीवा में रखा गया है।
इस घटना को लेकर विधायक का कहना है कि अतिक्रमणकारी मुस्लिम समाज के लोग मंदिर में गंदगी फेंक रहे थे। उन्होंने प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के लिए कहा था, लेकिन प्रशासन ने नहीं हटाया धरना स्थल में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की नारे लगाए जा रहे थे। उधर प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। दोनों समुदाय से लोगों को हिरासत में लिया है और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए देवरा में धारा 163 लगाई गई है। पुलिस ने दोनों पक्षों से करीब 30 लोगों के ऊपर अलग अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कमिश्नर, आईजी और डीआईजी ने मौके पर जा कर स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है साथ ही अपवाहों से बचने की हिदायत दी है। कमिश्नर बीएस जेमोद ने बताया कि देवरा में शांति है, किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। दोनों पक्षों को समझाइश दी गई है। उधर आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने कहा कि उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। विधायक को सुरक्षा की दृष्टि से देवरा से लाया गया था उन्हे रीवा में रखा गया है।