भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी को फरवरी में नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है, क्योंकि संगठन चुनाव के तीसरे चरण के पूरा होने के बाद अब चौथे चरण में प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू होनी है। इंदौर में गुरुवार को बीजेपी ने सभी 62 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी, जिससे नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं, लेकिन इस पद के लिए पांच प्रमुख नाम चर्चा में हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पहले ही चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया जा चुका है, और माना जा रहा है कि वे जल्द ही मध्य प्रदेश का दौरा कर नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू हो सकती है प्रक्रिया
अनुमान है कि प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया फरवरी के पहले हफ्ते में शुरू होगी। पार्टी इस चयन में जातिगत समीकरणों को ध्यान में रख सकती है, जैसे कि नया अध्यक्ष सामान्य, आदिवासी, या महिला वर्ग से हो सकता है। विधानसभा चुनाव के बाद सीएम, डिप्टी सीएम और मंत्रियों की नियुक्ति में जातीय संतुलन साधने के बाद, बीजेपी अब प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी यही रणनीति अपना सकती है।
दावेदारों की सूची
बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। मौजूदा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल पूरा हो चुका है, और नए नामों पर मंथन जारी है।
1.नरोत्तम मिश्रा– पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वे सवर्ण वर्ग से आते हैं और उनकी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से अच्छी ट्यूनिंग मानी जाती है।
2.फग्गन सिंह कुलस्ते– पूर्व केंद्रीय मंत्री और आठ बार के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते भी इस दौड़ में शामिल हैं। आदिवासी वर्ग से होने के कारण उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है, क्योंकि लंबे समय से इस वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठ रही है।
3.वीडी शर्मा और रामेश्वर शर्मा– वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का दोबारा चयन भी संभव है, क्योंकि उनके कार्यकाल में बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। वहीं, संघ की पृष्ठभूमि से जुड़े और हिंदुत्व पर मुखर रामेश्वर शर्मा भी संभावित उम्मीदवार हैं।
4.अरविंद भदौरिया– पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया को संगठन का रणनीतिकार माना जाता है। 2023 के विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद पार्टी उन्हें किसी नई भूमिका में ला सकती है।
5. सुमेर सिंह सोलंकी– राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं और आदिवासी वर्ग के युवा चेहरे हैं। उनके नाम की चर्चा संगठन में प्रमुखता से हो रही है।
अन्य संभावित नामों में बैतूल के विधायक हेमंत खंडेलवाल, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, और भोपाल के सांसद आलोक शर्मा शामिल हैं।
बीजेपी अपने अप्रत्याशित फैसलों के लिए जानी जाती है, इसलिए किसी नए चेहरे का उभरना भी संभव है। माना जा रहा है कि 15 फरवरी तक प्रदेश के नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।