भोपाल : मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है जिसे राजनैतिक रुप से भाजपा के गढ़ के रुप में जाना व पहचाना जाता है, लेकिन इसके बाद भी बीते आम चुनाव में किनारे आकर सत्ता से दूर रहने की वजह से अभी से भाजपा संगठन लगभग चुनावी तैयारियों में लगता दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि भाजपा की तीन दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में उन मुद्दों पर फोकस किया गया है, जो संगठन के लिए चुनावी फायदे वाले साबित हो सकते हैं। बैठक में तय किया गया है
कि अब संगठन द्वारा लोगों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा पर पूरा फोकस किया जाएगा। इसके अलावा इस बैठक में केन्द्रीय संगठन द्वारा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को संगठन की मजबूती के लिए पूरी तरह से फ्री हैंड भी दे दिया गया है। दरअसल इन तीन मामलों पर आधारित मंत्र राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री द्वारा दिया गया है, जिसे टीम वीडी ने पूरी तरह से अंगीकृत करने का फैसला किया है। बैठक में अपने उद्बोधन के दौरान शिव प्रकाश का पूरा जोर इसी मंत्र पर था। उनका कहना था कि आने वाले समय में पार्टी को स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक वैक्सीनेशन की अवधारणा को समाज से जोड़ना होगा।
इसके तहत स्वास्थ्य का फोकस पूरी तरह से कोरोना वैक्सीन पर आधारित होगा। इसी तरह से सोशल वैक्सीनेशन, सोशल इंजिनियरिंग, मास्क लगाने पर और इकॉनामिक वैक्सीनेशन आर्थिक सुरक्षा उपलब्ध कराने पर आधारित होगा। दरअसल प्रदेश में दो साल बाद आम चुनाव होने हैं। उसके पहले प्रदेश में नगरीय निकायों, पंचायतों, सहकारी क्षेत्रों के अलावा कृषि मंडियों के भी चुनाव होने हैं। इन सभी चुनावों को भाजपा संगठन बेहद महत्वपूर्ण मानते हुए हर हाल में जीतना चाहती है।
इसके अलावा कुछ दिनों बाद ही प्रदेश में तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी होने हैं। इनमें नगरीय निकाय और उपचुनावों को विधानसभा चुनाव के लिए लिटमस टेस्ट के रुप में माना जा रहा है। यही वजह है कि पहले से इन मामलों पर काम कर रहा प्रदेश भाजपा का संगठन अब पूरा फोकस इस पर करने जा रहा है। खास बात यह है कि इसमें सत्ता व संगठन मिलकर एक साथ काम करेगें।